यूपी के इंजीनियरिंग व व्यावसायिक शिक्षा के छात्रों को सीएम योगी का बड़ा तोहफा, यू राइज पोर्टल लांच

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को इंजीनियरिंग और व्यावसायिक शिक्षा के छात्रों को बड़ा तोहफा दिया है। यूपी सरकार इंजीनियरिंग और व्यवसायिक शिक्षा के 20 लाख छात्रों का पूरा ब्यौरा तैयार करेगी। इसके लिए यू राइज पोर्टल लांच किया गया है।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Thu, 24 Sep 2020 11:39 AM (IST) Updated:Thu, 24 Sep 2020 04:55 PM (IST)
यूपी के इंजीनियरिंग व व्यावसायिक शिक्षा के छात्रों को सीएम योगी का बड़ा तोहफा, यू राइज पोर्टल लांच
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एकीकृत पुनर्जागरण नवाचार पोर्टल 'यू राइज' का लोकार्पण किया।

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को इंजीनियरिंग और व्यावसायिक शिक्षा के छात्रों को बड़ा तोहफा दिया है। यूपी सरकार इंजीनियरिंग और व्यवसायिक शिक्षा के 20 लाख छात्रों का पूरा ब्यौरा तैयार कर रही है। इसके लिए प्राविधिक शिक्षा विभाग के यू राइज पोर्टल लांच किया गया है। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि शिक्षा क्षेत्र में समानता से ही समरस समाज का सपना साकार होगा। भविष्य की जरूरतों के लिहाज से शिक्षण संस्थानों में और शिक्षा के सभी चरणों में एक सहज एकीकरण और समन्वय होना चाहिए। इससे विद्यार्थियों को उनके सीखने की क्षमता के अनुसार विकल्पों को चुनने का अवसर मिलेगा। वे अपनी प्रतिभा और रुचियों के अनुसार सफलता हासिल कर सकेंगे।

गुरुवार को लोकभवन में युवाओं के सशक्तीकरण के लिए एकीकृत पुनर्जागरण नवाचार 'यू राइज' पोर्टल का लोकार्पण अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 'यू राइज' पोर्टल अभिनव है। 'यू राइज' यानी 'यूनिफाइड री-इमेजिंड इनोवेशन फॉर स्टूडेंट एमपॉवरमेंट' पोर्टल में विद्यार्थी जीवन के सम्पूर्ण चक्र जैसे संस्थान में प्रवेश, शुल्क, शिक्षण, प्रशिक्षण, प्रयोग, परीक्षा इत्यादि के साथ-साथ रोजगार की प्राप्ति तक का पूरा चक्र दर्ज होगा। कोई भी सेवायोजक छात्र के बारे में सारी जानकारी प्राप्त कर सकता है। यह छात्रों के लिए बहुत मददगार साबित होगा।

प्राविधिक शिक्षा विभाग के इस पोर्टल पर सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों के बारे में संपूर्ण जानकारी होगी। कोर्सेज, सीट और सुविधाएं क्या-क्या हैं, इसकी जानकारी एक क्लिक पर मिलेगी। यही नहीं कैंपस प्लेसमेंट की जानकारी भी दी जाएगी। विद्यार्थियों को रोजगार दिलाने में आसानी होगी। कंपनियों को इसी पोर्टल के माध्यम से डाटा मिलेगा। पोर्टल पर 20 लाख छात्रों का डेटा रोजगार के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण होगा। यू राइज सॉफ्टवेयर पर छात्रों के ब्योरे के साथ ही ई-कंटेंट और ई-लाइब्रेरी भी उपलब्ध होगी। इससे कोई भी छात्र, शिक्षक या संस्थान अध्ययन के लिए ई-कंटेंट और ई-लाइब्रेरी का उपयोग कर सकेंगे।

विकल्पों की उपलब्धता से संवरेगा जीवन : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 'यू राइज' पोर्टल शिक्षाविदों, सेवायोजकों, शोधार्थियों आदि के सहयोग से लाखों छात्र-छात्राओं के भविष्य निर्माण में अग्रणी भूमिका निभाने में सफल होगा। विद्यार्थी जीवन के सम्पूर्ण चक्र के विभिन्न स्तरों को यह पोर्टल, उपलब्ध सेवाओं और सूचनाओं के माध्यम से उन्हें सशक्त करेगा। इन सेवाओं में ऑनलाइन शुल्क, ऑनलाइन परीक्षा, आवश्यकता के अनुसार ऑनलाइन कक्षाएं तथा वेबिनार, डिजिटल प्रश्नपत्र, डिजिटल मूल्यांकन, डिजिटल कंटेंट, ई-लाईब्रेरी, विषय वस्तु पर रिकार्डेड वीडियो कंटेंट, उद्योग, प्रशिक्षण, इंटर्नशिप, रोजगार इत्यादि के लिए विशाल नेटवर्क से युक्त यह पोर्टल विद्यार्थी को हर उस रूप से सशक्त कर सकेगा जैसा विद्यार्थी का स्वप्न है, उसका उद्देश्य है। इस पोर्टल के माध्यम से व्यावसायिक एवं तकनीकी शिक्षा प्राप्त कर रहे लगभग 20 लाख विद्यार्थियों को लाभ पहुंचेगा। ई-कंटेंट, ई-लाइब्रेरी, ऑनलाइन कोर्स जैसे प्रयास को सुदूर क्षेत्रों तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पहुंचा सकेंगे।

तकनीक ने आसान बनाई पहुंच : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि फर्जी शिक्षकों के षड़यंत्र का पर्दाफाश हमने तकनीकी की मदद से ही किया। कोरोना काल खंड में हमने तकनीक की मदद से जनता को अधिकाधिक सुविधा पहुंचाने में सफलता हासिल की है। कोरोना काल में शिक्षा व्यवस्था ऑनलाईन माध्यमों से ही संचालित हो सकी। यह सब तकनीक की मदद से ही संभव हो सका। पोर्टल लोकार्पण के मौके पर एकेटीयू के कुलपति जी ने मुख्यमंत्री जी को यू राइज पोर्टल की गतिविधियों से अवगत कराया। कार्यक्रम में विभिन्न तकनीकी संस्थानों के निदेशक, शिक्षक, विद्यार्थी आदि भी डिजिटल माध्यम से उपस्थित रहे।

डिजिटल और फिजिकल इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के लिए दिए 100 करोड़ : पोर्टल लांचिंग के मौके पर मुख्यमंत्री ने दीनदयाल उपाध्याय गुणवत्ता सुधार कार्यक्रम के दूसरे चरण में 100 करोड़ भी जारी किए। कोविड-19 महामारी के दूरगामी प्रभावों को ध्यान में रखते हुए दीनदयाल उपाध्याय गुणवत्ता सुधार कार्यक्रम अंतर्गत द्वितीय चरण में जारी यह राशि प्रदेश के विभिन्न तकनीकी संस्थानों में डिजिटल और फिजिकल इन्फ्रा के विकास पर खर्च होगी। इस धनराशि से छात्रावासों का निर्माण, क्लास रूम, लैब, नवनिर्मित भवन के फर्नीचर, पुस्तकालय का विस्तार , कोविड के दृष्टिगत अवस्थापना सुविधाओं का विनिर्माण एवं ऑनलाइन क्लासेज, स्मार्ट क्लास रूम,वर्चुअल लैब आदि खरीदे जाएंगे।

chat bot
आपका साथी