सीएम योगी आदित्यनाथ का बड़ा ऐलान, डा. भीमराव आंबेडकर पर शोध करने वालों को देंगे छात्रवृत्ति

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार अब संविधान निर्माता बाबा साहेब डा. भीमराव आंबेडकर पर शोध करने वाले विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति देगी। सीएम योगी ने कहा कि छात्र-छात्राओं को छात्रावास की सुविधा के साथ ही प्रेक्षागृह व अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 06:42 PM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 08:33 AM (IST)
सीएम योगी आदित्यनाथ का बड़ा ऐलान, डा. भीमराव आंबेडकर पर शोध करने वालों को देंगे छात्रवृत्ति
यूपी सरकार अब संविधान निर्माता बाबा साहेब डा. भीमराव आंबेडकर पर शोध करने वाले विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति देगी।

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार अब संविधान निर्माता बाबा साहेब डा. भीमराव आंबेडकर पर शोध करने वाले विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति देगी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने खुद इस योजना का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि ऐसे विद्यार्थियों को छात्रावास की सुविधा के साथ ही प्रेक्षागृह व अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। पुस्तकालय के साथ ही संविधान पर डिबेट भी कराई जाएगी। लखनऊ के ऐशबाग में निर्माणाधीन सांस्कृतिक केंद्र व स्मारक को डा. भीमराव आंबेडकर महासभा से जोड़ा जाएगा।

संविधान निर्माता डा. भीमराव आंबेडकर को परिनिर्वाण दिवस पर श्रद्धांजलि देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस योजना की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि पूर्व सरकारों में बाबा साहेब पर गलत टिप्पणियां होती थीं, आज वे लोग अपने कृत्यों की सजा भुगत रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पहले प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने शासन की कल्याणकारी योजनाओं से समाज के प्रत्येक तबके को जोड़ा है। यही नहीं, बाबा साहेब से जुड़े हुए पांच प्रमुख स्थलों को पंचतीर्थ के रूप में विकसित किया। आज संविधान की बदौलत ही देश चल रहा है। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में हजरतगंज स्थित आंबेडकर प्रतिमा पर सोमवार को पुष्प अर्पित करने के बाद विधानभवन मार्ग स्थित बाबा साहेब डा. भीमराव आंबेडकर महासभा परिसर में आयोजित परिनिर्वाण दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए। यहां उन्होंने कहा कि डा. आंबेडकर ने संविधान में स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व का संदेश दिया, लेकिन कांग्रेस की तत्कालीन सरकार ने इमरजेंसी लगाकर संविधान का गला घोंटने का प्रयास किया। पूरे देश ने इन सबका एकजुट होकर प्रतिकार किया। पिछली सरकारों ने जिस तरह बाबा साहेब के खिलाफ गलत टिप्पणियां कीं, वह अपने किए की सजा भुगत रहे हैं।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने सपा मुखिया अखिलेश यादव को जिन्ना वाले प्रकरण पर कठघरे में खड़ा किया। कहा कि समाजवादी पार्टी विभाजनकारी मंशा के साथ भारत के संविधान और उन महापुरुषों का अपमान करती है, जिन्होंने देश के संविधान के निर्माण में सहयोग किया। योगी ने कहा कि 26 नवंबर को भारत रत्न डा. आंबेडकर को श्रद्धांजलि देने के लिए संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है। भाजपा सरकार डा. आंबेडकर की याद में लखनऊ में एक स्मारक और सांस्कृतिक केंद्र बनाने जा रही है, जिसका शिलान्यास राष्ट्रपति द्वारा किया जा चुका है। इस मांग को लेकर दशकों से आंबेडकर महासभा स्मारक समिति लड़ रही थी। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद बाबा साहेब को जो सम्मान मिलना चाहिए था, वह पिछली सरकारों ने नहीं दिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनकी भावनाओं के अनुरूप भारत के निर्माण के लिए समाज के प्रत्येक तबके तक सभी योजनाओं को पहुंचाया।

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