Illegal liquor: लखनऊ में अब अवैध शराब कारोबारियों पर कसेगा शिकंजा, हाइवे किनारे होटलों ढाबों पर नजर रखेंगे जासूस
राजधानी लखनऊ में हाइवे और सड़क किनारे होटल रिसोर्ट और ढाबों पर अवैध शराब का कारोबार फल-फूल रहा है। कारोबार पर शिकंजा कसने के लिए आबकारी विभाग इन स्थानों पर मुखबिरों को तैनात करेगा जो पल पल की जानकारी देंगे।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। हाइवे और सड़क किनारे होटल, रिसोर्ट और ढाबों पर अवैध शराब का कारोबार फल-फूल रहा है। कारोबार पर शिकंजा कसने के लिए आबकारी विभाग इन स्थानों पर मुखबिरों को तैनात करेगा जो पल पल की जानकारी देंगे। स्थानीय पुलिस और इलाकाई आबकारी निरीक्षकों को यह जिम्मा सौंपा गया है।
राजधानी सहित पूरे प्रदेश में अवैध शराब का कारोबार हो रहा है। लगातार कई शहरों से अवैध शराब की बिक्री और कहीं कहीं पर इसके सेवन से लोगों के बीमार पडऩे की भी खबरें मिलती रहती हैं।
अलीगढ़ हादसे के बाद सरकार ने अवैध शराब के कारोबारियों पर सख्ती के लिए लगातार अभियान चलाने और कुछ कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए थे। आबकारी आयुक्त सेंथिल पांडियान ने सभी जिलों के आबकारियों को इस बारें में सख्त निर्देश दिए थे कि जिन स्थानों पर अवैध शराब की बिक्री हो रही है वहा पर सख्ती से कार्रवाई करें। आयुक्त के निर्देश के बाद ही प्रशासन ने राजधानी और आसपास के जिलों में निगरानी तंत्र को बढ़ाया है। जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने जिला आबकारी अधिकारी सुशील कुमार को सड़क किनारे ढाबों और होटलों के आसपास खुफिया तरीके से सूचनाएं जुटाकर छापा मारने के निर्देश दिए हैं। इस काम में पुलिस के साथ समन्वय कायम कर सख्त कार्रवाई करें। इलाकाई मुखबिरों की भी इस काम में मदद लें। अवैध शराब के मामले में जो पुराने लोग पकड़े गए हैं उनकी निगरानी करें। ग्राम प्रधानों से अधिकारी संपर्क करें और वहां से अवैध शराब के कारोबारियों की टोह लें। ग्रामीण इलाकों में जहां स्प्रिट की बिक्री हो रही है उसका रिकार्ड चेक करते रहें ताकि बेजा इस्तेमाल से रोका जा सके।
राजधानी में भी हो चुकी हैं कई मौतें: राजधानी में गोमती नदी के आसपास का इलाका अवैध शराब के कारोबार का बढ़ा गढ़ है। 2015 में मलिहाबाद के दतली गाव में अवैध शराब पीने से करीब 50 लोगों की मौत हो गयी थी। इसके बावजूद आज भी कारोबार चल रहा है। हरदोई और उन्नाव से सटे इलाकों में गोमती नदी के आसपास बड़े पैमाने पर अवैध शराब का कारोबार चल रहा है।