Lakhimpur Kheri Violence: अंकित दास समेत ड्राइवर व गनर की जमानत अर्जी खारिज
खीरी कांड में आरोपित पूर्व केंद्रीय मंत्री अखिलेश दास के भतीजे अंकित दास और उनके सुरक्षा गार्ड लतीफ उर्फ काले को लेकर एसआइटी और लखीमपुर क्राइम ब्रांच लखनऊ के हुसैनगंज क्ले स्क्वायर स्थित एमआइ अपार्टमेंट गई थी। यहां से अंकित की रिपीटर गन और रिवाल्वर बरामद हुए थे।
लखीमपुर, संवाद सूत्र। लखीमपुर खीरी कांड के आरोपित लखनऊ निवासी अंकित दास, उनके ड्राइवर शेखर भारती व निजी सुरक्षा कर्मी काले उर्फ लतीफ की जमानत अर्जी शनिवार को सीजेएम ने खारिज कर दी। अंकित दास ड्राइवर व निजी सुरक्षा कर्मी व दोस्त के साथ तीन अक्टूबर को केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के पैतृक गांव थाना तिकुनिया के बनवीरपुर में दंगल देखने गए थे। वहीं बनवीरपुर मार्ग पर हिंसा में चार किसानों, एक पत्रकार समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी। घटना में जिला बहराइच के नानपारा निवासी जगजीत सिंह की तहरीर पर थाना तिकुनिया में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के पुत्र आशीष मिश्रा समेत 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ बलवा, दुर्घटना व हत्या के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था।
घटना में आरोपित ड्राइवर शेखर भारती को 12 अक्टूबर को सुबह सवा सात बजे पलिया बस स्टैंड से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। 13 अक्टूबर को अंकित दास व उनके गनर लतीफ उर्फ काले सुबह दस बजे क्राइम ब्रांच के दफ्तर पहुंच गए थे। एसआइटी ने तीन घंटे की लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। तब से तीनों आरोपित जेल में हैं। शनिवार को अंकित दास, लतीफ उर्फ काले व शेखर भारती के अधिवक्ता ने सीजेएम कोर्ट में जमानत अर्जी दाखिल की। सीजेएम ने सुनवाई के बाद तीनों आरोपितों की जमानत अर्जी खारिज कर दी।
बता दें कि खीरी कांड में आरोपित पूर्व केंद्रीय मंत्री अखिलेश दास के भतीजे अंकित दास और उनके सुरक्षा गार्ड लतीफ उर्फ काले को लेकर शुक्रवार दोपहर बाद एसआइटी और लखीमपुर क्राइम ब्रांच लखनऊ के हुसैनगंज क्ले स्क्वायर स्थित एमआइ अपार्टमेंट पहुंची। यहां ग्राउंड फ्लोर पर अंकित के फ्लैट में एसआटी करीब आधे घंटे रुकी। एसआइटी ने फ्लैट से अंकित की रिपीटर गन और रिवाल्वर बरामद कर ली है। रिवाल्वर और रिपीटर गन बरामदगी के बाद एसआइटी और क्राइम ब्रांच अंकित व लतीफ को लेकर गोमतीनगर फन माल के पास होटल सागर सोना भी गई थी। यहां से एसआइटी ने होटल में लगी डीवीआर और फुटेज भी कब्जे में ली थी। बताया जा रहा है कि लखीमपुर कांड के दौरान अंकित और लतीफ काले रंग की फार्च्यूनर में थे।
अंकित ने एसआइटी को बताया था कि भीड़ उन पर पथराव कर रही थी। पथराव के दौरान उनकी फाच्र्यूनर कार कुछ दूर आगे जाकर पलट गई। भीड़ उनकी तरफ दौड़ी तो वह गाड़ी से निकलकर भागे। भीड़ का उग्र रूप देखकर उन्होंने फायर किए थे। वही असलहे अंकित ने घटना के बाद फ्लैट में छुपाकर रखे थे। लखनऊ आने के बाद अंकित होटल सागर सोना में ही रुका था।