Chitrakoot Jail Gangwar: चित्रकूट में गैंगवार के बाद बढ़ी बाहुबली मुख्तार एम्बुलेंस प्रकरण के कैदियों की निगरानी
Chitrakoot Jail Gangwarजिला कारागार प्रशासन अलर्ट मोड चित्रकूट जेल में हुए गैंगवार में मारे गए तीन लोगों में बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी का एक करीबी भी था शामिल। एम्बुलेंस प्रकरण में बंद मुख्तार के गुर्गे राजनाथ यादव व अस्पताल संचालिका डॉ अलका राय व उसके करीबी शेषनाथ राय की निगरानी।
बाराबंकी [वी. राजा]। Chitrakoot Jail Gangwar: चित्रकूट जेल में हुए गैंगवार में मारे गए तीन लोगों में बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी का एक करीबी भी शामिल है। इसके बाद जिला कारागार प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है। जेल में एम्बुलेंस प्रकरण में बंद मुख्तार के गुर्गे राजनाथ यादव व अस्पताल संचालिका डॉ अलका राय व उसके करीबी शेषनाथ राय की निगरानी बढ़ा दी गई है। इसके अलावा अन्य गंभीर मामलों के अपराधियों की भी निगरानी की जा रही है।
महिला में अलका, हाई सिक्योरिटी बैरक में बंद है राजनाथ: मुख्तार की एम्बुलेन्स का फर्जी दस्तावेजों के जरिये पंजीकरण कराने के मामले में अलका राय के साथ ही मुख्तार को साजिश रचने का सह अभियुक्त बनाया गया है। प्रकरण में अब तक कुल छह लोग नामजद हैं। इसमें मुख्तार अंसारी के करीबी मऊ के राजनाथ यादव, अस्पताल संचालिका डॉ अलका राय व शेषनाथ राय को जेल भेजा जा चुका है। राजनाथ को हाई सिक्योरिटी बैरक, अलका को महिला व शेषनाथ को पुरुष बैरक में रखा गया है। चित्रकूट जेल में गैंगवार और मुख्तार के करीबी मेराजुद्दीन की हत्या की जानकारी होते ही जेल प्रशासन सक्रिय हो गया। जेल अधीक्षक ने अधिकारियों के साथ निरीक्षण कर निगरानी बढ़ाने के आदेश दिए।
खूंखार कैदियों पर रखा जा रहा सख्त पहरा: एम्बुलेंस प्रकरण के तीन अपराधियों के अलावा जिला कारागार में बिजनौर का रहने वाला नदीम आतंकी गतिविधियों में संलिप्तता के आरोप में बीती 23 अगस्त 2019 से जिला कारागार में बंद है। वहीं, अयोध्या में बम ब्लास्ट कांड का आरोपित तारिक काजमी आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। मुजफ्फरनगर का रहने वाला सद्दाम हत्या धोखाधड़ी, आर्म्स एक्ट, गैंगस्टर एक्ट के तहत बंद हुआ था। जो 22 जनवरी को प्रशासनिक आधार पर जिला कारागार भेजा गया। हत्या लूट के मामले में बंद राकेश यादव को बीती पांच जून 2019 को जिला कारागार प्रशासनिक आधार पर भेजा गया था। इन सभी खतरनाक कैदियों को हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है।
जेल अधीक्षक हरिबख्श सिंह के मुताबिक, वर्तमान में जेल में निरुद्ध 1350 में से 24 खूंखार अपराधी हैं। यह प्रशासनिक आधार पर विभिन्न जिलों से भेजे गए हैं। चित्रकूट में गैंगवार के जेल का निरीक्षण कर एम्बुलेंस प्रकरण में बंद अपराधियों समेत सभी गंभीर मामलों के अपराधियों की निगरानी बढ़ा दी गई है।