सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, रक्षा उत्पादन में देश को आत्मनिर्भर बनाएगा यूपी डिफेंस कारिडोर

सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को सीआइआइ- इंडिजिनाइजेशन समिट आन डिफेंस एंड एयरोस्पेस-2021 को वर्चुअल माध्यम से संबोधित किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मेक इन इंडिया संकल्पना को साकार करने में उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कारिडोर की महत्वपूर्ण भूमिका है।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 10:36 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 01:35 AM (IST)
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, रक्षा उत्पादन में देश को आत्मनिर्भर बनाएगा यूपी डिफेंस कारिडोर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीआइआइ- इंडिजिनाइजेशन समिट आन डिफेंस एंड एयरोस्पेस-2021 को वर्चुअल माध्यम से संबोधित किया।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मेक इन इंडिया संकल्पना को साकार करने में उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कारिडोर की महत्वपूर्ण भूमिका है। यह कारिडोर रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाने में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि डिफेंस कारिडोर एक ग्रीनफील्ड परियोजना है। यह डिफेंस और एयरोस्पेस उद्योग के लिए ही नहीं, बल्कि परियोजना क्षेत्र में स्थापित रक्षा क्षेत्र से संबंध न रखने वाली एमएसएमई इकाइयों और स्टार्टअप के लिए भी लाभकारी होगी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को सीआइआइ- इंडिजिनाइजेशन समिट आन डिफेंस एंड एयरोस्पेस-2021 को वर्चुअल माध्यम से संबोधित किया। 'इंडिया मार्चिंग टुवड्र्स सेल्फ, रिलायंस इन डिफेंस एंड एयरोस्पेस' थीम पर आधारित इस समिट का आयोजन सीआइआइ, उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण और सोसाइटी आफ इंडियन डिफेंस मैन्युफैक्चरर्स द्वारा संयुक्त रूप से 31 जुलाई तक किया जा रहा है, जिसकी शुरुआत बुधवार को हुई।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विश्वास जताया कि इस समिट के माध्यम से ऐसे उपयोगी सुझाव मिलेंगे, जो प्रधानमंत्री की भावना के अनुरूप रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में उपयोगी सिद्ध होंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने प्रधानमंत्री के विकास के माडल को पूरी प्रतिबद्धता से लागू किया है। पिछले चार वर्ष के दौरान देश व दुनिया में प्रदेश को लेकर लोगों की धारणा बदली है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्ष 2018 के केंद्रीय बजट में देश में दो डिफेंस कारिडोर स्थापित करने की घोषणा की गई थी। फरवरी, 2018 में पीएम मोदी ने लखनऊ में इन्वेस्टर्स समिट की शुरुआत की। उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कारिडोर की घोषणा की गई। इन्वेस्टर्स समिट में मिले 4.68 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों में से तीन लाख करोड़ रुपये के एमओयू क्रियान्वयन के विभिन्न चरणों में हैं। योगी ने विभिन्न नीतियों और फैसलों का उल्लेख करते हुए कहा कि कारिडोर के अलीगढ़ नोड में लगभग 74 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहीत की गई है, जिसका आवंटन 19 इकाइयों में हो चुका है। कुल 1500 करोड़ रुपये का निवेश संभावित है। अलीगढ़ नोड का शिलान्यास अगस्त में प्रस्तावित है।

प्रदेश में एमएसएमई इकाइयों का महत्व समझाने के साथ ही सीएम ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जहां निवेश के लिए निवेशक अधिक इच्छुक हों, वहां मांग के अनुरूप जमीन अधिग्रहण किया जाए। समिट को यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी, एसआइडीएम के अध्यक्ष जयंत पाटिल, एसआइडीएम यूपी चैप्टर के चेयरमैन सचिन अग्रवाल, सीआइआइ नार्दन रीजन कमेटी आन डिफेंस एंड एयरोस्पेस के चेयरमैन मनोज गुप्ता और को-चेयरमैन अमिता सेठी ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त संजीव मित्तल और अपर मुख्य सचिव एमएसएमई एवं सूचना नवनीत सहगल भी उपस्थित थे।

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