उपभोक्ताओं को समय से दें बिजली का सही बिल, मुख्‍यमंत्री योगी आद‍ित्‍यनाथ ने द‍िए सख्‍त न‍िर्देश

सीएम ने कहा कि फर्जी बिलि‍ंग/ओवरबिलि‍ंग का एक भी केस आना लोगों को हतोत्साहित करता है। ऐसा कतई नहीं होना चाहिए। प्रदेश का बिजली उपभोक्ता ईमानदार है। यह ऊर्जा विभाग/निगमों की जिम्मेदारी है कि उपभोक्ताओं को समय से सही बिजली बिल उपलब्ध कराए।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Fri, 10 Sep 2021 08:36 PM (IST) Updated:Fri, 10 Sep 2021 08:36 PM (IST)
उपभोक्ताओं को समय से दें बिजली का सही बिल, मुख्‍यमंत्री योगी आद‍ित्‍यनाथ ने द‍िए सख्‍त न‍िर्देश
मुख्यमंत्री ने दिए ओटीएस स्कीम लाने के निर्देश।

लखनऊ, राज्‍य ब्यूरो। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उपभोक्ताओं को बिजली के सही बिल समय से उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि फर्जी बिलि‍ंग/ओवरबिलि‍ंग का एक भी केस आना लोगों को हतोत्साहित करता है। ऐसा कतई नहीं होना चाहिए। प्रदेश का बिजली उपभोक्ता ईमानदार है। यह ऊर्जा विभाग/निगमों की जिम्मेदारी है कि उपभोक्ताओं को समय से सही बिजली बिल उपलब्ध कराए। उन्होंने कृषि उत्पादन आयुक्त को इसकी मानिटरि‍ंग करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही बिजली बिल बकाये के बारे में एकमुश्त समाधान योजना (ओटीएस) यथाशीघ्र प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।

शुक्रवार को टीम-9 के साथ बैठक करते हुए उन्होंने व्यापारियों की समस्याओं का त्वरित समाधान करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि व्यापारियों के प्रकरण लंबित न रहें। प्रत्येक जिलाधिकारी-पुलिस कप्तान को महीने में एक बार तथा मंडलायुक्त व आइजी/डीआइजी स्तर दो माह में एक बार व्यापारिक संगठनों के साथ अनिवार्य रूप से बैठक करें।

गोरखपुर, सिद्धार्थ नगर, महराजगंज, गोंडा, श्रावस्ती सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ गांवों में बाढ़ की समस्या पर भी उन्होंने चर्चा की। बैठक में बताया गया कि राप्ती को छोड़ बाकी सभी नदियों का जलस्तर कम हो रहा है। मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य पूरी तत्परता के साथ करने और आपदा मोचक टीमों को 24 घंटे सक्रिय और सजग रहने का निर्देश दिया। उन्होंने बाढ़ से प्रभावित लोगों की जरूरतों का पूरा ध्यान रखने और उन्हें तत्काल राशन आदि उपलब्ध कराने पर जोर दिया।

दुव्र्यवस्थाओं से गोवंश की मृत्यु पर होगी सख्त कार्रवाई : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चेताया कि गो-आश्रय स्थलों में दुव्र्यवस्थाओं के कारण यदि गोवंश की मृत्यु हुई तो संबंधित अधिकारी/कर्मचारी के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई होनी तय है। उन्होंने कहा कि कृषि उत्पादन आयुक्त स्तर से सभी निराश्रित गो-आश्रय स्थलों की स्थिति की पड़ताल की जाए। प्रदेश के सभी गो-आश्रय स्थलों में व्यवस्था सुचारु रखने और हरे चारे-भूसा आदि का समुचित प्रबंध करने की हिदायत दी। 

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