मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का निर्देश- बाढ़ राहत कार्यों को दें शीर्ष प्राथमिकता, ड्रोन से हो निगरानी
उत्तर प्रदेश में बाढ़ की स्थिति गंभीर होती जा रही है। 20 जिलों के 802 गांव प्रभावित हैं। तटबंध क्षतिग्रस्त होने का सिलसिला जारी है।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में बाढ़ की स्थिति गंभीर होती जा रही है। 20 जिलों के 802 गांव प्रभावित हैं। तटबंध क्षतिग्रस्त होने का सिलसिला जारी है। नदियों के जल स्तर में उतार-चढ़ाव से स्थिति भयावह होती जा रही है। नदियां उफनाने पर बाढ़ का संकट तो घटने पर कटान का खतरा बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रभावित जिलों में बाढ़ की स्थिति की 24 घंटे निगरानी ड्रोन के जरिए करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने हिदायत दी है कि तटबंधों की कटान से निपटने के लिए मरम्मत सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए ताकि किसी प्रकार की क्षति होने से पहले ही रोका जा सके। जिलाधिकारियों को बाढ़ राहत कार्यों को शीर्ष प्राथमिकता देने का निर्देश दिया गया है।
यूपी के पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री अनिल राजभर ने बताया कि बलिया की बैरिया तहसील में सरयू (घाघरा) नदी के दाएं तट पर स्थित बकुलहा संसार टोला तटबंध का स्लोप क्षतिग्रस्त होने पर मौके पर मरम्मत कार्य जारी है। बलिया की बैरिया तहसील में ही सरयू के दाएं तट पर स्थित कोटवा सुल्तानपुर रिंग बांध में भी पानी के दबाव के कारण जगह-जगह सीपेज और कटान हो रही है जिससे कादीपुर, कोटवा, सुल्तानपुर और ताहिरपुर गावों में जलस्तर बढ़ रहा है। यहां तटबंध की मरम्मत का काम जारी है। बाढ़ से बचाव और राहत कार्यों के लिए एनडीआरएफ की 15, एसडीआरएफ व पीएसी की सात टीमें तैनात हैं।
कटान से तटवर्ती इलाकों में संकट : बहराइच में घाघरा जलस्तर कम होने के साथ कटान तेज हो गई है। बौंडी स्थित स्पर नंबर एक कटान की जद में आ गया है। बाराबंकी में सरयू नदी का जलस्तर घट रहा है। गोंडा में नदियों का जलस्तर स्थिर है। भिखारीपुर सकरौर तटबंध पर कटान के बाद भी पानी का प्रसार अन्य गांवों में नहीं हुआ। यहां रिंग बांध का मरम्मत कार्य चल रहा है। लखीमपुर में खैरटिया क्षेत्र में कटान के बाद अब खतरा बढ़ गया है। मोहाना नदी से नया पिंड गांव बाढ़ के पानी से घिर गया है। अंबेडकरनगर में घाघरा नदी के जलस्तर में गिरावट से तटीय इलाकों में कटान के खतरे से ग्रामीण परेशान हैं। घाघरा जलस्तर गत शनिवार के सापेक्ष रविवार को 13 सेंटीमीटर का घटा है। श्रावस्ती में राप्ती नदी का जलस्तर खबरे के निशान 127.70 से 35 सेंटीमीटर नीचे 127.35 सेमी पर है। यहां नदी में पानी घटने से कटान भी थम गई है।
बाढ़ प्रभावित जिले : अंबेडकरनगर, अयोध्या, आजमगढ़, बहराइच, बलिया, बलरामपुर, बाराबंकी, बस्ती, गोंडा, गोरखपुर, कुशीनगर, लखीमपुर खीरी, मऊ, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, देवरिया, संत कबीर नगर, पीलीभीत, प्रतापगढ़ और सीतापुर।