सीएम योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ पीड़ित किसानों को बांटी राहत राशि, कहा-सुख-दुख में हम आपके साथ

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बाढ़ के कारण हुए नुकसान की भरपाई मुश्किल होती है। फिर भी सरकार के द्वारा बाढ़ से प्रभावित किसानों के जख्मों पर मलहम लगाने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम किसानों के हितों के कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध है।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Thu, 22 Oct 2020 11:00 AM (IST) Updated:Thu, 22 Oct 2020 11:32 AM (IST)
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ पीड़ित किसानों को बांटी राहत राशि, कहा-सुख-दुख में हम आपके साथ
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ से प्रभावित किसानों को 13.21 करोड़ का ऑनलाइन वितरण किया।

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को राज्य के बाढ़ से प्रभावित 19 जिलों के 3,48,511 किसानों को कृषि निवेश अनुदान राशि के रूप में 13.21 करोड़ रुपये का ऑनलाइन भुगतान किया। सीएम योगी ने कहा कि वैश्विक बीमारी कोराना वायरस के बावजूद बाढ़ से प्रभावित जिलों में राहत कार्य युद्ध स्तर पर किया गया। हमारा यही प्रयास रहा कि सभी पीड़ितों तक राहत सामग्री मिले। सरकार सुख-दुख में किसानों के साथ है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शीघ्र ही यूपी सरकार बाढ़ की समस्या का स्थाई हल निकालेगी। इस बाबत कार्ययोजना तैयार हो रही है। जब तक ऐसा नहीं होता तब तक बाढ़ से सुरक्षा के लिए सभी संवेदनशील जगहों पर समय से मानक के अनुसार काम होगा। यह हो भी रहा है। यही वजह है कि हिमालय से लगे तराई के इलाके में इस साल औसत से दो-तीन गुना बारिश हाेने के बावजूद कहीं भी बाढ़ के कारण गंभीर समस्या नहीं उत्पन्न हुई।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बाढ़ के कारण हुए नुकसान की भरपाई मुश्किल होती है। फिर भी सरकार के द्वारा बाढ़ से प्रभावित किसानों के जख्मों पर मलहम लगाने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार किसानों के हितों के कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध है। किसानों को उनकी फसल की लागत का डेढ़ गुना दाम और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) मिले यह सरकार की शीर्ष प्रथमिकता है। इस दौरान उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि किसानों को उनकी उपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य हर हाल में मिलना ही चाहिए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि किसानों का शोषण नहीं होना चाहिए। ऐसे लोगों को चिन्हित कर सख्त कार्रवाई कि जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि बाढ़ से प्रभावित किसानों की राहत राशि आज ही हर हाल में उनके खाते में पहुंच जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में किसानों ने अर्थव्यवस्था को नई जान दी है। इसलिए हमारा भी दायित्व बनता है कि हम किसानों के सुख-दुख में उनके साथ मजबूती से खड़े रहें। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारा प्रयास होना चाहिए कि हर जनपद में मुआवजे की राशि पीड़ित किसानों के अकाउंट में पहुंचे। किसानों ने अपनी मेहनत से कोरोना कालखंड में भी जो फसल तैयार की है, उसने अर्थव्यवस्था को एक नई जान दी है। आने वाले समय में हम किसान बंधुओं को बाढ़ जैसी आपदा से बचाने के लिए पुख्ता व्यवस्था कर करेंगे, जिससे बाढ़ को नियंत्रित करने में मदद मिल सके।

कार्यक्रम के शुरू में अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार ने सबका स्वागत किया। राहत आयुक्त संजय गोयल ने आभार जताया। कार्यक्रम में मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद और सूचना निदेश शिशिर आदि मौजूद रहे।

किसान बोले हम खुश हैं, बाढ़ में राहत मिली अब और मुआवजा भी : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर पांच जिलों के कुछ किसानों से बात भी की। मुख्यमंत्री ने हालचाल के साथ यह भी पूछा कि फसल की क्षति बाढ़ से हुई थी या अतिवृिष्ट के नाते हुए जलभराव से? बाढ़ के दौरान राहत सामग्री मिली थी या नहीं? किसानों ने कहा हम आपके काम से बेहद खुश हैं। बाढ़ के दौरान सभी प्रभावित गांवों में राहत सामग्री मिली थी। जहां जरूरत थी वहां युद्ध स्तर पर बचाव कार्य भी हुआ। अब फसलों की क्षति के बदले मुआवजा पाकर हम बेहद खुश हैं। मुख्यमंत्री ने सभी किसानों को नवरात्रि की शुभकामनाएं भी दीं। जिन किसानों से मुख्यमंत्री ने बात की उनके नाम हैं- लखीमपुर खीरी के विष्णु वल्लभ राय, गोरखपुर के परमहंस एवं कुंती देवी, बाराबंकी के रामचंद्र एवं शिवकुमार, बहराइच के पनहारू और सिद्धार्थनगर के रामसुमेर।

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