मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फिरा दिया निर्देश, एनसीआर के जिलों में आवागमन पर रहे पूरी नजर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर कहा है कि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकना है तो राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के जिलों में विशेष सावधानी रखनी होगी।
लखनऊ, जेएनएन। कोरोना से जंग लड़ रही उत्तर प्रदेश की योगी सरकार इसके संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए पूरी तरह दिल्ली बॉर्डर पर नजर जमाए हुए है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर कहा है कि संक्रमण को फैलने से रोकना है तो राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के जिलों में विशेष सावधानी रखनी होगी। विशेष तौर पर आवागमन पर नजर रखनी होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को लोकभवन में बैठक कर अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने एनसीआर के जिलों में विशेष सतर्कता के निर्देश के साथ ही कहा कि मेरठ मंडल के सभी जिलों में मेडिकल स्क्रीनिंग का दस दिवसीय अभियान प्रभावी ढंग से चलाएं। यह अभियान पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर चलना चाहिए। मंडल में वार्ड स्तर तक 15 हजार टीमें गठित की जाएं। जरूरत के अनुसार चिकित्सा कर्मियों की संख्या में वृद्धि करें।
कोरोना संक्रमण की विभीषिका में CM श्री @myogiadityanath जी के संवेदनशील नेतृत्व में @UPGovt द्वारा स्वास्थ्य सुविधाओं के पुनुरुद्धार प्रयासों का ही सुफल है कि उ.प्र. में कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट 69.12 प्रतिशत और मृत्युदर लगभग 03 प्रतिशत है।
कोरोना हारेगा, भारत जीतेगा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण की चेन को तोड़ने में कोविड हेल्प डेस्क एक मजबूत कड़ी सिद्ध होगी। सभी सरकारी और निजी संस्थानों में कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना को प्राथमिकता दें। मुख्यमंत्री ने खाद्यान्न वितरण अभियान के अगले चरण के लिए सभी व्यवस्थाएं समय से सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में साफ-सफाई की पुख्ता व्यवस्था करने को कहा है।
बैठक में स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, मुख्य सचिव आरके तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टंडन, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार, पुलिस महानिदेशक हितेश चंद्र अवस्थी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।