रायबरेली में ऊंचाहार NTPC अस्पताल की सीबीआइ जांच शुरू, गुपचुप तरीके से पहुंचे CBI के DSP

एनटीपीसी अस्पताल में करीब 20 वर्षों तक लगातार सीएमओ रहे डॉ. नरेंद्र मोहन सिंह की कार्यशैली पर जनवरी 2021 में सवाल उठने लगे। दवाओं की खरीद फरोख्त में लेनदेन की काल रिकार्डिंग और दूसरे साक्ष्य देकर उनके खिलाफ उच्चाधिकारियों से शिकायत की गई।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 11:15 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 07:48 AM (IST)
रायबरेली में ऊंचाहार NTPC अस्पताल की सीबीआइ जांच शुरू, गुपचुप तरीके से पहुंचे CBI के DSP
भ्रष्टाचार के आरोपों की हो रही जांच, अस्पताल के कर्मचारियों से हुई पूछताछ।

संवादसूत्र, रायबरेली। एनटीपीसी में संचालित जीवन ज्योति अस्पताल में कथित तौर पर हुए भ्रष्टाचार की जांच करने मंगलवार को सीबीआइ के डीएसपी पहुंचे। उन्होंने परियोजना के उच्चाधिकारियों से संपर्क नहीं किया। अस्पताल में ही कागजात खंगालने के बाद वापस लखनऊ लौट गए। एनटीपीसी के अधिकारी भी उनकी जांच को लेकर कुछ स्पष्ट नहीं कह रहे हैं। हां, ये जरूर बताया कि किसी प्रकरण की जांच के लिए सीबीआइ के एक अधिकारी आए थे। एनटीपीसी की महाप्रबंधक ने इसकी पुष्टि की, लेकिन वे भी यह जानकारी नहीं दे सकीं की किस मामले की जांच हो रही है। 

एनटीपीसी अस्पताल में करीब 20 वर्षों तक लगातार सीएमओ रहे डॉ. नरेंद्र मोहन सिंह की कार्यशैली पर जनवरी 2021 में सवाल उठने लगे। दवाओं की खरीद फरोख्त में लेनदेन की काल रिकार्डिंग और दूसरे साक्ष्य देकर उनके खिलाफ उच्चाधिकारियों से शिकायत की गई। वर्ष 2020 में अस्पताल में एएनएम, स्टाफनर्स, वार्डब्वाय सहित अन्य पदों पर नियुक्तियों में भी खेल होने की चर्चा खूब रही। गत वर्ष 31 जुलाई को यहां तैनात संविदा कर्मी ने आत्महत्या कर ली थी, उसमें भी सीएमओ के खिलाफ कर्मचारी के पिता ने मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाकर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उनके खिलाफ पहले दवाओं की खरीदारी को लेकर एनटीपीसी ऊंचाहार की ही एलआइयू और विजिलेंस टीम ने जांच की और रिपोर्ट दिल्ली भेजी थी, जिसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था।

इसी प्रकरण की जांच करने मंगलवार को सीबीआइ के डीएसपी केपी शर्मा एनटीपीसी पहुंचे। वह करीब दो घंटे तक जीवन ज्योति हॉस्पिटल में रुके और कर्मचारियों से पूछताछ की। दवाओं की खरीद, कर्मचारियों की नियुक्ति से संबंधित कागजात देखे। एनटीपीसी की महाप्रबंधक (मानव संसाधन) वंदना चतुर्वेदी ने इसकी पुष्टि की, लेकिन वे भी सिर्फ इतनी ही जानकारी दे सकीं कि सीबीआइ के एक अधिकारी आए हैं। किस मामले की जांच हो रही है, वे यह भी नहीं बता सकीं। कहा कि पता चलने पर जानकारी दी जाएगी।

chat bot
आपका साथी