बाराबंकी में दहेज के लिए महिला से दरिंदगी, कोर्ट के आदेश पर सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज
मसौली की रहने वाली महिला का आरोप है कि उसका निकाह मसौली के ही मोहम्मद ताजिर के साथ तीन अप्रैल 2006 को हुआ था। निकाह में दो लाख रुपये और ऑल्टो कार न मिलने पर ससुरालीजन उसे प्रताडि़त करते थे।
बाराबंकी, जेएनएन। दहेज की मांग पूरी न होने और संतान न होने पर पति व ससुरालीजन ने महिला के साथ अमानवीय कृत्य किए। महिला के साथ पति के भाइयों कुछ रिश्तेदार व मुहल्ले के एक व्यक्ति से सामूहिक दुष्कर्म कराया गया। स्थानीय पुलिस की अनसुनी पर पीडि़ता ने अदालत में गोहार लगाई। कार्ट के आदेश पर पुलिस ने वारदात के एक साल बाद मुकदमा दर्ज किया है।
मसौली की रहने वाली महिला का आरोप है कि उसका निकाह मसौली के ही मोहम्मद ताजिर के साथ तीन अप्रैल 2006 को हुआ था। निकाह में दो लाख रुपये और ऑल्टो कार न मिलने पर ससुरालीजन उसे प्रताडि़त करते थे। निकाह के काफी समय तक उसे संतान नहीं हुई तो उसे और प्रताडि़त किया जाने लगा। पति ने दूसरी लड़की से निकाह करने की बात कही और उसे तीन तलाक दे दिया। उसे एक कमरे में बंधक बनाकर नग्न कर दिया गया।
देवर व बहनोई पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप
आरोप यह भी है कि उसके तीनों देवर व बहनोई सहित मुहल्ले के एक युवक ने उसके साथ 15 दिन तक सामूहिक दुष्कर्म किया। किसी प्रकार मायके पक्ष को सूचना दी तो परिवारजन ने आकर उसे बंद कमरे से नग्न अवस्था में मुक्त कराया। इसकी शिकायत स्थानीय पुलिस को दी गई, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। न्यायालय के आदेश पर यह मुकदमा 18 जनवरी को पुलिस ने दर्ज किया। पुलिस ने बुधवार को पीडि़ता का चिकित्सकीय परीक्षण कराया है।