संविदा कर्मी व दलाल पैसे लेकर कनेक्शन दिलवाने का करते थे काम, दो के खिलाफ मुकदमा दर्ज

चिनहट थाने में दो दलालों के खिलाफ दर्ज कराया मुकदमा। संविदा कर्मचारी की बिजली महकमे से सेवाएं समाप्त।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Thu, 16 Jul 2020 09:57 AM (IST) Updated:Thu, 16 Jul 2020 09:57 AM (IST)
संविदा कर्मी व दलाल पैसे लेकर कनेक्शन दिलवाने का करते थे काम, दो के खिलाफ मुकदमा दर्ज
संविदा कर्मी व दलाल पैसे लेकर कनेक्शन दिलवाने का करते थे काम, दो के खिलाफ मुकदमा दर्ज

लखनऊ, (अंशू दीक्षित)। चिनहट बिजली घर में अभियंताओं की सजगता से ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें संविदा कर्मी व दलाल मिलकर उपभोक्ताओं से कनेक्शन के नाम पर हजारों की वसूली करते थे और कटिया लगवाकर कनेक्शन का आश्वासन देते थे। बिजली चोरी के खिलाफ चंद दिनों पहले अभियान चला तो मामला खुलकर सामने आया। दो महिलाओं ने बताया कि उनसे कनेक्शन के नाम पर सात हजार व दस हजार रुपये लिए गए थे और फाइल अवर अभियंता के पास कहकर महीनों से टरकाया जा रहा था। मामले की जांच करने के बाद चिनहट के अधिशासी अभियंता प्रेम चंद ने दोनों दलालों के खिलाफ चिनहट थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है और संविदा कर्मचारी किशन लाल की सेवाएं समाप्त कर दी है। वहीं उपभोक्ताओं को नसीहत देते हुए कनेक्शन देने के नियम और कायदे बताए गए। 

चिनहट के नौबस्त कला में औचक निरीक्षण के दौरान दोनों कनेक्शनों को अवैध पाया। टीम ने जांच में पाया कि सीमा पत्नी शिवराज और अनीता राज पत्नी श्याम लाल पड़ोसी है, दोनों परिवारों ने यहां मकान बनवाए और बिजली कनेक्शन के लिए दलाल लाल चंद वर्मा को सात हजार पांच सौ और दस हजार रुपये दिए। महिलाओं ने बताया कि चंद सप्ताह पहले ही संविदा कर्मचारी किशन लाल ने यह आश्वासन दिया था कि जेई के पास फाइल है। जांच में दलाल लाल चंद वर्मा और सर्वेन्द्र उपाध्याय की भूमिका सामने आई है और दोनों के खिलाफ चिनहट में मामला दर्ज कराया गया है।

बिजली चोरी से रोशन हो रहे थे घर

उपभोक्ताओं की ना समझी और दलालों के सिंडीकेट के चलते कई माह से यह मामला चल रहा था। दोनों उपभोक्ताओं से जुर्माना असेसमेंट करके जुर्माना भी लिया जाएगा। वहीं एसडीओ राहुल शर्मा ने मामला दर्ज कराया है।

'दलालों के खिलाफ चिनहट थाने में मामला दर्ज कराया गया है। संविदा कर्मचारी की सेवाएं समाप्त करते हुए ऐसी कालोनी में सघन चेकिंग अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं।'  - प्रेम चंद्र, अधिशासी अभियंता, चिनहट।

 

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