Jagran Impact: सरोजनी नायडू पार्किंग में संदिग्ध कारों के मामले में LDA के 13 कर्मचारियों, पूर्व ठेकेदार और कार चोर पर मुकदमा
Jagran Impact सात संदिग्ध कारों का एफआइआर में जिक्र जिनमें से एक को पिछले दो दिनों में पार्किंग से निकाल भी लिया गया। कार चोरी के आरोपी मोइनुद्दीन और अकरम के अलावा एलडीए के पार्किंग में तैनात सभी 13 कर्मचारियों पर केस दर्ज।
लखनऊ, जेएनएन। Jagran Impact: एलडीए की सरोजनी नायडू पार्क की भूमिगत पार्किंग में संदिग्ध कारों के मिलने और कार चोरी के आरोपी मोइनुद्दीन के नाम दर्ज होने के मामले में लखनऊ विकास प्राधिकरण ने शनिवार की रात हजरतगंज थाने में मुकदमूा दर्ज करवा दिया। इस मामले में कार चोरी के आरोपी रहे मोइनुद्दीन उसके एक साथी अकरम, पूर्व ठेकेदार मुन्नवर और एलडीए के पार्किंग में तैनात सभी 13 कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा करवाया गया है। मुकदमे में प्राधिकरण की ओर से शिकायत की गई है कि यहां छापे के बाद भी कर्मचारियों की मिलीभगत से एक मर्सडीज कार को पार्किंग से बाहर भी निकाल दिया गया है। हजरतगंज पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दिया।
दैनिक जागरण ने सबसे पहले इस बात का खुलासा किया था कि छापे के बाद पार्किंग में ऐसी छह कारें मिली हैं, जो कि कार चोरी के आरोपी मोइनुद्दीन के नाम आरटीओ में दर्ज हैं। इनमें दो ऑडी, दो बीएमडब्ल्यू और दो ऑडी हैं। मोइनुद्दीन जून में पकड़े गए कार चोरी के एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह का सदस्य भी है और जेल में बताया गया।
एलडीए की ओर से राजस्व निरीक्षक राजेश कुमार यादव ने ये मुकदमा करवाया है। उसने अपनी तहरीर में कहा है कि ये ठेका वित्तीय वर्ष 2019 और 20 में मुशर्रफ के नाम था। लॉकडाउन की वजह से इसको जुलाई तक बढ़ा दिया गया। ठेकेदार यहां कर्मचारियों से मिलीभगत कर के सितंबर मध्य तक वाहनों की पार्किंग वसूली करता रहा। जिसके बाद राजेश कुमार यादव ने जब यहां का हैंडओवर लिया तो पता चला कि कई गाड़ियां यहां बिना टोकन के ही खड़ी हैं। जिसमें सात गाड़ियां मोइनुद्दीन उर्फ गुड्डू के नाम दर्ज हैं। वह जेल में हैं, इसलिए इन गाड़ियों को अकरम नाम का उसका साथी देख रहा है। इस बात की जानकारी उसने वरिष्ठ अधिकारियों को दी तो जांच हुई और सामने आया कि मोइनुद्दीन गाड़ियों को चुरा कर उनका चेसिस नंबर बदल कर पार्किंग में अवैध कार बाजार के जरिये उनको बेचने की कोशिश करता है।
छापे के एक गाड़ी निकाल ली गई बाहर
तहरीर में दर्ज है कि इस छापे के बाद भी कर्मचारियों और आरोपियों की दुरभिसंधि के जरिये एक गाड़ी नंबर यूपी 32 ईपी 7777 मर्सडीज को बाहर निकाल लिया गया है। जिससे स्पष्ट है कह कर्मचारियों की मिलीभगत से षडयंत्र कर के गाड़ी निकाली गई। इसलिए पुलिस जांच कर के कार्रवाई करे।
इंस्पेक्टर अनिल सिंह को जांच की जिम्मेदारी
इस मामले में हजरतगंज कोतवाली के इंस्पेक्टर अनिल कुमार सिुह को जांच की जिम्मेदारी दी गई है। ये तय है कि पुलिस की जांच पार्किंग की गड़बडि़यों के साथ पकड़ी गई गाड़ियों की चोरी के मामले को भी उजागर करेगी, निकट भविष्य में बड़ा मामला खुलेगा। आरोपियों पर 120 आपराधिक षडयंत्र, 420 ठगी और अमानत में खयानत की धारा 406 के तहत केस दर्ज किया गया।
क्या कहते हैं लविप्रा संयुक्त सचिव ?
लविप्रा संयुक्त सचिव ऋतु सुहास के मुताबिक, एलडीए ने अपने सभी कर्मचारियों पर मुकदमा करवाया। इन कर्मचारियों ने किसी छोटे लालच में बड़े अपराध में सहयोग किया है। पुलिस अब पूरे मामले की जांच करेगी।