थाईलैंड की युवती की लखनऊ में कोरोना संक्रमण से मृत्यु के मामले की पुलिस ने शुरू की जांच

Death of Thai Woman in Lucknow लखनऊ के पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने इस प्रकरण की जांच डीसीपी पूर्वी के नेतृत्व में टीम को सौंपी है। टीम ने जांच भी शुरू कर दी है और कर्स लोगों से पूछताछ भी की गई है। अभी और लोगों से पुछताछ की जाएगी

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 10:00 PM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 06:09 AM (IST)
थाईलैंड की युवती की लखनऊ में कोरोना संक्रमण से मृत्यु के मामले की पुलिस ने शुरू की जांच
टीम ने अपनी जांच भी शुरू कर दी है और कई लोगों से पूछताछ भी की गई

लखनऊ, जेएनएन। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के गति पकडऩे के बीच में लखनऊ पहुंची थाईलैंड की कोरोना संक्रमण से मौत के हाई प्रोफाइल मामले की जांच लखनऊ पुलिस करेगी। लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में थाईलैंड की तीन मई को मौत के बाद उसकी छह मई को अन्येष्टि भी करा दी गई। मामले ने शनिवार को तूल पकड़ा और लखनऊ के बड़े व्यापारी पुत्र की मेहमान के रूप में थाईलैंड की इस युवती पियाथीडा विचापोर्नस्कुल के आगमन के कारण विपक्षी दलों ने भी काफी हंगामा किया।

लखनऊ के पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने इस प्रकरण की जांच डीसीपी पूर्वी के नेतृत्व में टीम को सौंपी है। लखनऊ पुलिस कमिश्नर के निर्देश के बाद डीसीपी पूर्वी संजीव सुमन के नेतृत्व में गठित एक टीम इस मामले की जांच में जुट गयी है। इस टीम ने अपनी जांच भी शुरू कर दी है और कई  लोगों से पूछताछ भी की गई है। साक्ष्य संकलन किए जा रहे हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी। अभी और लोगों से पुछताछ की जाएगी, जिनमें थाईलैंड की युवती को आरएलएल में भर्ती कराने वाले एजेंट सलमान और रायपुर से थाइलैंड की युवती की मदद के लिए सलमान को फोन करने वाले राकेश शर्मा से भी पड़ताल की जाएगी। थाईलैंड की युवती की कोरोना संक्रमण से मृत्यु का मामला तूल पकड़ चुका है। इस मामले में बिना किसी की तरफ से रिपोर्ट दर्ज करवाने के बाद भी पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। 

दो दिन शांत रही पुलिस: इस पूरे मामले में पुलिस दो दिन तक खामोश रही। पुलिस की चुप्पी ने कई सवाल खड़े कर दिए। सामान्य घटनाओं में तेजी दिखाने वाली लखनऊ पुलिस विदेशी युवती की मौत की छानबीन से कतराती रही। हालांकि हंगामा बढ़ता देख रविवार रात में पुलिस आयुक्त ने जांच के आदेश दिए। बताया जा रहा है कि युवती कई दिन तक हजरतगंज के एक होटल में ठहरी थी। इस बीच उसकी तबीयत बिगड़ी तो उसे लोहिया अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।

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भाजपा से राज्यसभा सदस्य ने लिखा लखनऊ पुलिस कमिश्नर को पत्र: भारतीय जनता पार्टी से राज्यसभा सदस्य सांसद संजय सेठ ने पुलिस कमिश्नर लखनऊ को पत्र लिखकर कहा है कि इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए। थाइलैंड की लड़की कहां से लखनऊ आई, यहां पर किन लोगों के संपर्क में रही, किस आधार पर सपा नेता और कुछ मीडिया से जुड़े लोगों ने उनके बेटे का नाम इसमें शामिल किया। उन्होंने कहा कि यह पूरा मामला फर्जी समाचार फैलाकर सनसनी मचाने और प्रतिठति लोगों की छवि धूमिल करने वाले गैंग से जुड़ा हुआ लग रहा है। दूसरी ओर थाईलैंड की युवती को अस्पताल में भर्ती कराने वाले युवक सलमान ने युवती के जिस्म फरोशी के धंधे से जुड़े होने को गलत बताया है। उसने कहा कि वह ऐसे लोगों के खिलाफ मानहानि का दावा करेंगे जो अफवाह फैला रहे हैं। थाईलैंड की युवती के लखनऊ आकर कोरोना से मौत होने का मामला पहले दिन से कॉलगर्ल रैकेट से जुडऩे की वजह से चर्चा में छाया रहा। रविवार की सुबह समाजवादी पार्टी के नेता आईपी सिंह ने जब ट्वीट कर आरोप लगाया कि थाईलैंड की जिस कॉलगर्ल की लखनऊ में मौत हुई है उसे तो भारतीय जनता पार्टी के सांसद व बिल्डर संजय सेठ के बेटे ने लखनऊ बुलाया था। उनके आरोप लगाने के बाद मामला सनसनीखेज बन गया। आखिरकार शाम को भाजपा सांसद संजय सेठ का पत्र सार्वजनिक हुआ जो उन्होंने पुलिस कमिश्नर लखनऊ डीके ठाकुर को भेजा है। इस पत्र में उन्होंने कहा कि उन्हें अपने कुछ मित्रों से मालूम हुआ कि सोशल मीडिया पर इस तरह की चर्चा की जा रही है कि थाईलैंड की लड़की को उनके बेटे ने बुलाया था। इस पर आपत्ति जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि सपा नेता आईपी सिंह के ट्वीट को कई पत्रकारों ने रीट्वीट किया है। वॉटसअप पर भी इसे फैलाया जा रहा है। इस तरह की गतिविधि रुकनी चाहिए।

आईटी एक्ट के तहत ऐसे लोगों पर मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए जो निराधार और झूठी बातों को फैला रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की पुलिस की ओर से जांच की जानी चाहिए कि आखिर सपा नेता को यह जानकारी कहां से मिली कि थाईलैंड की युवती को मेरे बेटे ने बुलाया था। इसका उनके पास क्या सुबूत है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा भी इस मामले में जांच करने की जरूरत है कि जो लड़की यहां आकर कोरोना से मरी है वह किसके बुलावे पर आई थी। यहां किन लोगों के संपर्क में रही है। किन लोगों के मोबाइल फोन नंबर उसके संपर्क में थे।पुलिस अपनी इन्वेस्टिगेशन में मृतका की कॉल डिटेल के आधार पर उसके करीबियों को खंगाले। किसके कहने पर मृतका अस्पताल में भर्ती कराई गई? किसके कहने पर लखनऊ आई थी? कहां ठहरी थी? कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस इसकी जांच करे। लड़की को लखनऊ लाने वाले एजेंट सलमान की भूमिका की भी पुलिस जांच करे। संजय सेठ ने दो पेज के शिकायती पत्र में पुलिस कमिश्नर से कहा है कि उनके परिवार को बदनाम करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। 

वीडियो जारी कर दी सफाई :रविवार को युवती के परिवार वालोंनौर थाईलैंड एम्बेसी से संपर्क करने वाले सलमान ने एक वीडियो जारी कर सफाई दी। सलमान ने कहा कि वह युवती को पहले से नहीं जानता था। युवती यहां घूमने आए थी और वह उसका गाइड था। सलमान के बयानों में भी विरोधाभास है। सवाल यह है कि अगर वह युवती को नहीं जानता था और अपने दोस्त के कहने पर उसकी मदद की थी तो वह उसका गाइड कैसे हुआ? पुलिस ने सलमान से पूछताछ क्यों नहीं की? वह कहां ठहरी थी? इसका ब्यौरा पुलिस के पास क्यों नहीं है? ऐसे कई रहस्य बरकरार हैं।

गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण से लखनऊवासी परेशान हैं। लगातार लोगों की मौत हो रही है। इसके साथ ही हजारों मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं। दूसरी ओर राजधानी के एक बड़े व्यापारी के बेटे की करतूत शर्मसार करने वाली है। व्यापारी के साथ ही सफेदपोश के इस बेटे ने सात लाख रुपये में थाईलैंड से एक युवती को 23 अप्रैल लखनऊ बुलाया था। इसके बाद बाकायदा युवती को हजरतगंज में ठहराया गया था। इस बीच युवती कोरोना संक्रमित हुई तो व्यापारी पुत्र ने हाथ खड़ा कर दिया। इसके बाद 28 अप्रैल से लोहिया अस्पताल में भर्ती थाईलैंड निवासी युवती मिस पियाथिडा का तीन मई को निधन हो गया। छानबीन में पता चला थाइलैंड की पियाथिडा नामक यह युवती दिल्ली से लखनऊ आई थी और तबीयत खराब होने पर राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती हुई थी। इंस्पेक्टर विभूतिखंड चंद्रशेखर सिंह के मुताबिक युवती की मौत की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई। इसके बाद थाईलैंड के दूतावास को सूचित किया गया।

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विभूति खंड पुलिस ने थाईलैंड दूतावास की अनुमति पर छह मई को शव का अंतिम संस्कार कराया। इंस्पेक्टर विभूति खंड का कहना है कि युवती के गाइड सलमान के सामने थाईलैंड दूतावास से अनुमति लेकर उसका दाह संस्कार करवाया गया। इंस्पेक्टर ने युवती को किसने और क्यों बुलाया था। इसके बारे में जानकारी से इन्कार किया है। इधर लोहिया अस्पताल के रजिस्टर में युवती ने हजरतगंज का पता दर्ज कराया था। इस संबंध में जब इंस्पेक्टर हजरतगंज श्यामबाबू शुक्ला से पूछा गया तो उन्होंने इन्कार किया।

नियम के तहत कोई भी विदेशी अगर किसी होटल में ठहरता है तो इसकी जानकारी होटल प्रशासन को संबंधित थाने में देनी होती है। इस मामले में ऐसा नहीं किया गया। खास बात यह है कि युवती कहां ठहरी है, इसका पूरा ब्योरा भी अस्पताल के रजिस्टर में दर्ज नहीं कराया गया, इससे कई सवाल खड़े हो गए हैं। पुलिस महकमा भी सफेदपोश के बेटे की करतूतों पर पर्दा डाल रहा है।  

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