नहीं मिल रहे बिजली के खरीदार, NTPC ऊंचाहार परियोजना की दो यूनिटों में उत्पादन बंद

बिजली उत्पादन में देश की अग्रणी कंपनी एनटीपीसी की यहां सभी इकाइयों को उनकी उत्पादन क्षमता से कम भार पर चलाया जा रहा है। बिजली की मांग कम होने की वजह से प्रबंधन ने दो इकाइयों से बिजली उत्पादन बंद कर दिया है। मांग बढ़ने पर इन्हें चलाया जाएगा।

By Vikas MishraEdited By: Publish:Sat, 28 Aug 2021 01:48 PM (IST) Updated:Sat, 28 Aug 2021 04:46 PM (IST)
नहीं मिल रहे बिजली के खरीदार, NTPC ऊंचाहार परियोजना की दो यूनिटों में उत्पादन बंद
एनटीपीसी ऊंचाहार परियोजना को खासा वित्तीय नुकसान भी उठाना पड़ रहा है।

रायबरेली, रायबरेली। बिजली उत्पादन में देश की अग्रणी कंपनी एनटीपीसी की यहां सभी इकाइयों को उनकी उत्पादन क्षमता से कम भार पर चलाया जा रहा है। बिजली की मांग कम होने की वजह से प्रबंधन ने दो इकाइयों से बिजली उत्पादन बंद कर दिया है। मांग बढ़ने पर इन्हें चलाया जाएगा। मौजूदा समय में उत्तर प्रदेश समेत कई प्रदेशों में बिजली की मांग कम होने के कारण उत्तरी ग्रिड द्वारा परियोजना को बिजली का उत्पादन घटाने को कहा गया है। इसके चलते एनटीपीसी को अपनी उत्पादन क्षमता में गिरावट लाना पड़ा। साथ ही दो यूनिटों को बंद कर उनके कल पुर्जों के मरम्मत का कार्य कराया जा रहा है।

इससे एनटीपीसी परियोजना को खासा वित्तीय नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। यहां की पांच इकाई 210 तथा छठवीं इकाई 500 मेगा वाट बिजली उत्पादन क्षमता की है। कुल मिलाकर यह परियोजना 1550 मेगा मेगा वाट उत्पादन क्षमता की है। ऐसे में उत्तरी पावर ग्रिड द्वारा बिजली की मांग कम करने के कारण यूनिट नंबर एक और चार को बंद करना पड़ा। साथ ही अन्य यूनिटों को भी आधे से कम बिजली उत्पादन क्षमता पर चलाया जा रहा है। इस तरह से ऊंचाहार एनटीपीसी परियोजना द्वारा 764 मेगावाट बिजली का ही उत्पादन ही किया जा रहा है। रात में खपत और कम हो जाने के कारण एक तिहाई भार पर ही यूनिटों को चलाया जाता है। जबकि सुबह से पूरे दिन आधे भार पर इकाइयां चलाई जा रही हैं। 

इनको की जाती है बिजली आपूर्तिः इस परियोजना से उत्तरी ग्रिड द्वारा उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़ को बिजली की आपूर्ति की जाती है। परियोजना में बिजली उत्पादन नार्दन रीजन लोड डिस्पैच सेंटर के निर्देश पर घटाया व बढ़ाया जाता है। इस बाबत एनटीपीसी की जनसंपर्क अधिकारी कोमल शर्मा ने बताया कि कंपनी पूरी क्षमता के साथ राष्ट्र को बिजली के क्षेत्र में सशक्त बनाने की ओर अग्रसर है। ग्रिड के निर्देशों के अधीन ही बिजली का उत्पादन होता है। अभी मांग कम होने के कारण दो यूनिटों में उत्पादन बंद है। जैसे ही मांग बढ़ेगी, इनसे बिजली उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा।

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