Fake currency News: अयोध्या में ढाई साल से हो रही थी नकली नोटों की छपाई, स्थानीय पुलिस को नहीं लगी भनक

बाराबंकी के सतरिख क्षेत्र में गोकुलपुर से गुरुवार को नकली नोट का कारोबार करने वाले चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में अयोध्या के रुदौली क्षेत्र के शुजागंज निवासी शिवशंकर वर्मा और रितिक मिश्रा और पटरंगा के सुलेमानपुर निवासी मोहम्मद अलीम शामिल हैं।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 06:59 PM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 08:29 AM (IST)
Fake currency News: अयोध्या में ढाई साल से हो रही थी नकली नोटों की छपाई, स्थानीय पुलिस को नहीं लगी भनक
बाराबंकी पुलिस की कार्रवाई ने उठाया पर्दा।

अयोध्या, संवाद सूत्र। जिले में ढाई साल से आईटीआई के दो छात्र नकली नोट का कारोबार चला रहे थे। कूटरचित मुद्रा की अयोध्या सहित बाराबंकी, लखनऊ, अमेठी, सुल्तानपुर आदि जिलों में सप्लाई भी होती रही, लेकिन जिले में चल रहे आर्थिक अपराध के धंधे की भनक तक स्थानीय पुलिस को नहीं थी। गुरुवार को बाराबंकी पुलिस ने गिरोह से जुड़े चार लोगों को गिरफ्तार किया, जिसमें मुख्य अभियुक्त सहित तीन लोग रुदौली क्षेत्र के रहने वाले हैं। बाराबंकी एसपी यमुना प्रसाद ने गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों की धरपकड़ के लिए अयोध्या पुलिस से संपर्क साधा है।

बाराबंकी जिले के सतरिख क्षेत्र में गोकुलपुर से गुरुवार को नकली नोट का कारोबार करने वाले चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में अयोध्या के रुदौली क्षेत्र के शुजागंज निवासी शिवशंकर वर्मा और रितिक मिश्रा और पटरंगा के सुलेमानपुर निवासी मोहम्मद अलीम शामिल हैं। इनके अतिरिक्त एक अन्य अभियुक्त सौरभ तिवारी लखनऊ के आलमबाग का रहने वाला है। बाराबंकी पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि शिवशंकर और अलीम आईटीआई कर चुके हैं तथा जनसेवा केंद्र चलाते हैं। लैपटाप में लगे स्कैनर से 500 और 2000 के नोट स्कैन कर कलर प्रि‍ंटर के माध्यम से असली नोट से मिलता नकली नोट तैयार कर लेते थे।

सौरभ और रितिक नकली नोटों को खपाने का कार्य करते थे। ढाई साल से यह गिरोह सक्रिय था। करीब एक करोड़ रुपये से अधिक नकली नोट खपाये जाने की आशंका जाहिर की गई है। पूछताछ में सामने आया है कि इस गिरोह के कुछ और भी सदस्य अभी अयोध्या में सक्रिय हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए बाराबंकी पुलिस यहां की पुलिस की मदद लेगी। रुदौली के क्षेत्राधिकारी रितेश कुमार ङ्क्षसह ने बताया कि इस प्रकरण की जानकारी उन्हें नहीं है। बाराबंकी पुलिस ने मदद मांगी तो पूरा सहयोग किया जाएगा। संबंधित थाना प्रभारियों से इस बारे में जानकारी ली जाएगी। 

chat bot
आपका साथी