Railway News: मुंबई की टिकटों के खेल में अब सीनियर सिटीजन कोटे पर दलालों की नजर, ऐसे फंस रहे यात्री

चार्ज में साठ साल और हकीकत में आधी उम्र के नहीं थे यात्री। कामगारों को प्रलोभन देकर बुला रहे हैं मुंबई से व्यापारी।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Mon, 24 Aug 2020 09:47 PM (IST) Updated:Tue, 25 Aug 2020 06:09 AM (IST)
Railway News: मुंबई की टिकटों के खेल में अब सीनियर सिटीजन कोटे पर दलालों की नजर, ऐसे फंस रहे यात्री
Railway News: मुंबई की टिकटों के खेल में अब सीनियर सिटीजन कोटे पर दलालों की नजर, ऐसे फंस रहे यात्री

लखनऊ, जेएनएन।  कोरोना कॉल में भी मुंबई जाने वालों की लंबी फेहरिस्त है। एक एक बर्थ के लिए हजारों रुपये यात्री खर्च करने को तैयार है, किसी तरह मुंबई पुष्पक एक्सप्रेस से पहुंच जाए। इसका खुलासा रेलवे सुरक्षा बल आरपीएफ ने किया है। आरपीएफ ने जांच में पाया कि अब दलालों ने अपने कार्य करने में बदलाव करते हुए सीनियर सिटीजन के कोटे में सेंधमारी शुरू कर दी है। कोई सॉफ्टवेयर से टिकट बना रहा है तो कोई व्हाट्सएप्प पर टिकट बनाकर बेच रहा है, लेकिन अब टिकट दलाल कन्फर्म सीट के लिए वरिष्ठ नागरिक के नाम पर खेल कर टिकट बेच रहे हैं। ऐसे दो मामले सामने आए हैं। आरपीएफ टीम ने कुशीनगर और एलटीटी से सफर कर रहे पांच यात्रियों को पकड़कर रेलवे कोर्ट में पेश किया।

आरपीएफ के मुताबिक 21 अगस्त को ऐशबाग स्टेशन पर कुशीनगर एक्सप्रेस के कोच एस-9 में छापेमारी की। आरपीएफ को छह यात्रियों के वरिष्ठ नागरिक के नाम पर सफर करने की जानकारी मिली थी। छापेमारी में कोच की सीट संख्या नौ, 17 और 20 पर तीन यात्री मिले जिनकी उम्र वरिष्ठ नागरिक के मुकाबले आधी थी। टीम ने पाया कि चार्ट पर यात्रियों की उम्र 60 वर्ष थी। रास्ते मे पकड़े जाने के डर से यात्रियों को मुम्बई से जो टिकट बनाकर भेजा गए, उसमें उम्र को सही कर बदल दिया गया जबकि अन्य तीन यात्री ट्रेन में नहीं चढ़े। आरपीएफ इंस्पेक्टर एमके खान के मुताबिक मौके पर पिंटू विश्वकर्मा (35 वर्ष), उदयभान वर्मा (37 वर्ष) व ओम प्रकाश प्रजापति (35 वर्ष) को पकड़ा गया। तीनों महराजगंज के निवासी है। उधर, 22 अगस्त को गोरखपुर से एलटीटी जाने वाली एलटीटी सुपरफास्ट ट्रेन के बी-1 कोच में बर्थ संख्या 65 और 68 पर वरिष्ठ नागरिक के टिकट पर दो यात्री सफर करते मिले। आरपीएफ ने मौके से देवरिया निवासी अनिता (20 वर्ष) और राजेंद्र यादव (41 वर्ष) को ट्रेन से उतारा। पांचों यात्रियों को आरपीएफ ने रेलवे मजिस्ट्रेट के सामने पेश कर जेल भेजा।

आरपीएफ इंस्पेक्टर एमके खान ने बताया कि मुम्बई में कामगारों की कमी को लेकर लगातार लोगो को प्रलोभन देकर बुलाया जा रहा है। मुम्बई जाने के लिए इन दिनों यात्रियों को कन्फर्म सीट नहीं मिल रही है। इसके चलते टिकट दलाल कंफर्म सीट पाने के लिए वरिष्ठ नागरिक के नाम पर टिकट बनाकर बेच रहे हैं। इस मामले में मुम्बई से टिकट भेजने वाले एक व्यक्ति संतोष चौहान के नाम पर भी मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच चल रही है। 

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