DL बनाने वाले दलालों का नया पैंतरा, रात में ही बुक कर लेते हैं सारे टाइम स्लॉट lucknow news
दलालों की स्लॉट बुकिंग के खेल में पब्लिक फेल। इसेंस लेने वालों की भीड़ देखकर खोजा नया रास्ता। रात होते ही कब्जा लेते है वेबसाइट फुल होने के बाद छोड़ते हैं पीछा।
लखनऊ, (नीरज मिश्र)। लाइसेंस लेने वालों की बढ़ती भीड़ देख दलालों ने रास्ता खोज लिया है। दो माह की स्लॉट बुकिंग को देख दलालों ने कमाई का जरिया ढूंढ निकाला है। ऑनलाइन व्यवस्था होने का फायदा उठाते हुए रात 12 बजते ही दलाल ऑनलाइन सक्रिय हो जाते हैं। तीन से साढ़े तीन सौ आवेदनों का स्लॉट ऑनलाइन भर कर दलाल शांत हो जाते हैं। सुबह होते-होते जब आमजन बुकिंग के लिए टाइम स्लॉट खोजता है तो पता चलता है कि सब बुक हो चुका है।
वाट्सएप पर पता प्रमाणपत्र मंगा करते हैं रात में ऑनलाइन अपलोड
दलाल आवेदकों से स्लॉट बुकिंग दो माह बाद मिलने का हौव्वा दिखा उनसे मोबाइल से वाट्सएप पर कागज मंगा लेते हैं। भीड़ देखकर परेशान आवेदक उन्हें मुंहमांगा पैसा देकर डीएल में ्रप्रयोग होने वाले जरूरी कागजात उन्हें मुहैया करा देता है।
रात 12 बजे शुरू होता है खेल
कागज मिलते ही दलाल पूरी तैयारी कर लेते हैं। रात 12 बजते ही तय आवेदकों की संख्या साढ़े तीन सौ के अनुसार टाइम स्लॉट की जगह ऑनलाइन दिखने लगती है। दलाल देर रात सक्रिय होकर अधिकतर टाइम स्लॉट को अपने क्लाइंट या किसी परिचित के नाम से बुक कर लेते हैं।
एआरटीओ प्रशासन संजय कुमार तिवारी ने बताया कि जानकारी मिली है। चूंकि व्यवस्था ऑनलाइन है लिहाजा इस पर कोई भी आवेदन कर सकता है। मौजूदा वक्त में जुर्माना बढऩे से अचानक लोगों की आमद बढ़ी है। इस सिलसिले में उ'चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। न केवल स्लॉट को बढ़ा दिया जाएगा बल्कि एनआइसी से वार्ता कर सख्त रास्ता तत्काल निकाला जाएगा।
डीएल के लिए आरटीओ में तीन अतिरिक्त काउंटर
टाइम स्लॉट को लेकर आ रही दिक्कतों को देखते हुए परिवहन विभाग ने सोमवार से तीन नए काउंटर खोलने का निर्णय लिया है। इन काउंटर के खुलने से न केवल भीड़ में कमी आएगी बल्कि डीएल आवेदक दस से पंद्रह मिनट में अपनी औपचारिकताएं पूरी कर सकेंगे।
यही नहीं, ट्रांसपोर्टनगर आरटीओ कार्यालय में मौजूदा समय में टाइम स्लॉट की संख्या बढ़ाकर 400 कर दी गई है। पहले 250 लोगों को ही रोज टाइम स्लॉट मिलता था। एआरटीओ प्रशासन संजय तिवारी के मुताबिक सोमवार से डीएल आवेदकों के लिए तीन नए काउंटर खोल दिए जाएंगे। अब सारथी भवन में दस काउंटर पर लाइसेंस का कार्य होगा। छह पर नंबर जनेरेट होंगे और शेष चार काउंटर पर लाइसेंस आवेदकों की बायोमेट्रिक की जाएगी।