Corona Effect: लखनऊ के पीजीआइ में 15 माह बाद हड्डी विभाग की ओपीडी शुरू, कोरोना संक्रमण के कारण बंद हो गई थी सुविधा
पीजीआइ लखनऊ में हड्डी की बीमारी से पीडि़त मरीजों को इलाज मिलेगा। संस्थान प्रशासन ने नवीन ओपीडी के ग्राउंड फ्लोर पर हड्डी के मरीजों की ओपीडी शुरू की है। करीब 15 माह पहले ट्रामा सेंटर को कोविड अस्पताल बनाये जाने से हड्डी मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा था।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। संजय गांधी पीजीआइ लखनऊ में हड्डी की बीमारी से पीडि़त मरीजों को इलाज मिलेगा। संस्थान प्रशासन ने नवीन ओपीडी के ग्राउंड फ्लोर पर हड्डी के मरीजों की ओपीडी शुरू की है। करीब 15 माह पहले ट्रामा सेंटर को कोविड अस्पताल बनाये जाने से हड्डी मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा था। अब ओपीडी में नए और पुराने मरीजों को देखा जाएगा। कर्मचारी महासंघ ने हड्डी की बीमारी से ग्रस्त मरीजों की सर्जरी और सलाह के लिए संस्थान प्रशासन से अनुरोध किया था।
संघ के महामंत्री धर्मेश कुमार और अध्यक्ष जितेंद्र यादव ने कहा कि ट्रामा सेंटर में सुविधा बंद होने के बाद कर्मचारी और उनके परिजनों को इलाज के लिए भटकना पड़ रहा था। संस्थान प्रशासन ने ओपीडी और सर्जरी की व्यवस्था शुरू कर काफी राहत दिया है। हड्डी मरीजों की सहूलियत को लेकर ओपीडी शुरू की गई है। यहां हड्डी की समस्या वाले सभी मरीजों को देखा जाएगा। छोटे और बड़े सभी आपरेशन होंगे। हड्डी विभाग में डा. पुलक शर्मा सहित अन्य डाक्टर ओपीडी में सोमवार से शनिवार तक उपलब्ध रहेंगे। यहां एक्सरे और खून समेत सभी जांचों की सुविधा उपलब्ध है। इमरजेंसी में भी मरीजों के भर्ती की व्यवस्था की जा रही है। हालांकि, पीजीआइ ने यह स्पष्ट कर दिया है कि बिना कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट के यहां मरीजों को नहीं देखा जाएगा। साथ ही मास्क के बिना प्रवेश वर्जित रहेगा।