दुधवा में जंगल सफारी से पहले भरना होगा बांड, ये है नई व्‍यवस्‍था Lakhimpur News

दुधवा नेशनल पार्क में हादसे के लिए अब खुद जिम्मेदार होंगे पर्यटक। प्राकृतिक व्याख्या केंद्र में लगेगी पर्यटकों की क्लास।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Tue, 15 Oct 2019 07:19 PM (IST) Updated:Wed, 16 Oct 2019 07:58 AM (IST)
दुधवा में जंगल सफारी से पहले भरना होगा बांड, ये है नई व्‍यवस्‍था  Lakhimpur News
दुधवा में जंगल सफारी से पहले भरना होगा बांड, ये है नई व्‍यवस्‍था Lakhimpur News

लखीमपुर, (श्वेतांक शंकर उपाध्याय)। अगर आप दुधवा नेशनल पार्क की सैर करने जा रहे हैं तो सतर्क हो जाइए। जंगल में भ्रमण के दौरान हादसा हुआ तो खुद इसके जिम्मेदार होंगे। 15 नवंबर से शुरू हो रहे नए पर्यटन सत्र में पार्क प्रशासन पर्यटकों से एक बांड भरवाएगा। तभी जंगल में घूमने की अनुमति मिलेगी।

बांड भरने के बाद पर्यटकों को दुधवा के प्राकृतिक व्याख्या केंद्र में 15 से 20 मिनट तक जंगल के संवेदनशील इलाकों और भ्रमण के दौरान सावधानी के लिए सचेत किया जाएगा। पर्यटकों की सुरक्षा को देखते हुए अधिकारियों ने पहली बार यह कदम उठाया है। इससे पहले पर्यटक पार्क प्रशासन के वाहनों से बेधड़क जंगल में प्रवेश करते थे। दुधवा रेंज के साथ सठियाना, गौरीफंटा, किशनपुर, साउथ सोनारीपुर में बांकेताल सहित कई इलाकों में नेपाल से आए हाथियों का झुंड ठिकाना बनाए हुए है। इसलिए अधिकारी खतरा मोल नहीं लेना चाहते।

ऑनलाइन भी भर सकेंगे बांड : पर्यटक बांड को पर्यटन विभाग की वेबसाइट (यूपी डॉट इकोटूरिज्म डॉट इन) पर ऑनलाइन भी भर सकेंगे। वेबसाइट पर इसका प्रोफार्मा अपलोड करने कवायद की जा रही है। वहीं, गेस्ट हाउस या थारू हट की बुङ्क्षकग के समय ऑफलाइन भी इसका फार्म भरा जा सकेगा। 

यहां इतने वाहनों से होती सैर : प्रतिदिन दो शिफ्टों में 80-82 वाहन पर्यटकों को दुधवा की सैर कराते हैं। किशनपुर में 40-45 तथा कतर्नियाघाट में 22-25 वाहनों से पर्यटक जंगल घूमने जाते हैं। 

क्या कहते हैं जिम्मेदार 

दुधवा टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर संजय पाठक ने बताया कि इस पर्यटन सत्र में पर्यटकों को बांड भरने के बाद जंगल सफारी के भ्रमण की अनुमति दी जाएगी। वन निगम को जल्द इसका फार्म भेजा जाएगा।

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