यूपी बीजेपी कोर कमेटी की बैठक में चुनावी रणनीति तय, सरकार-संगठन का तालमेल और नए रोडमैप पर चला मंथन

UP BJP Core Committee Meeting राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष और प्रदेश प्रभारी राधामोहन सिंह ने सोमवार को मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर कोर कमेटी के साथ बैठक की। अभियानों की समीक्षा सहित सरकार और संगठन के साझा रोडमैप पर मंथन किया।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 10:39 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 07:45 AM (IST)
यूपी बीजेपी कोर कमेटी की बैठक में चुनावी रणनीति तय, सरकार-संगठन का तालमेल और नए रोडमैप पर चला मंथन
बीएल संतोष और राधामोहन सिंह ने मुख्यमंत्री आवास पर की कोर कमेटी संग बैठक।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। कोरोना महामारी से आमजन को मिले कष्ट से चुनौतीपूर्ण माने जा रहे उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में जीत की रणनीति पर भारतीय जनता पार्टी ने तेजी से काम शुरू कर दिया है। 'सेवा ही संगठन' के सूत्र को ही सेतु बनाकर पार्टी जनता से जुड़ाव मजबूत करना चाहती है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारियों से मुलाकात के बाद पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष और प्रदेश प्रभारी राधामोहन सिंह ने सोमवार को मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर कोर कमेटी के साथ बैठक की। अभियानों की समीक्षा सहित सरकार और संगठन के साझा रोडमैप पर मंथन किया।

विधानसभा चुनाव की तैयारियों के सिलसिले में बीएल संतोष और राधामोहन सिंह सोमवार सुबह राजधानी पहुंचे। भाजपा मुख्यालय में प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह और प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल के साथ कुछ देर चर्चा के बाद चारों वरिष्ठ पदाधिकारी शिष्टाचार भेंट के लिए निराला नगर स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यालय सरस्वती कुंज पहुंचे। यहां संघ के क्षेत्र प्रचारक अनिल सहित कुछ पदाधिकारियों से चर्चा की।

भाजपा द्वारा सेवा ही संगठन अभियान के तहत शुरू की गई गतिविधियों पर चर्चा करते हुए जनता से जुड़ाव बढ़ाने संबंधी सुझाव भी मांगे। शाम को राष्ट्रीय महामंत्री संगठन और प्रदेश प्रभारी मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर पहुंचे। यहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व डॉ. दिनेश शर्मा सहित पार्टी की कोर कमेटी के साथ बैठक की। पार्टी सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर टीकाकरण अभियान, पोस्ट कोविड सेंटर संचालन तथा सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को पार्टी के जनप्रतिनिधियों द्वारा गोद लिए जाने की प्रक्रिया आदि की समीक्षा की गई।

इसी माह की शुरुआत में भी बीएल संतोष लखनऊ आए थे। तब कोरोना पीड़ितों के घर जनप्रतिनिधियों और पार्टी पदाधिकारियों को जाने को निर्देश दिया था। उसका भी ब्योरा लिया गया। 23 जून से शुरू हो रहे पौधारोपण सहित अन्य अभियान-कार्यक्रमों को लेकर मंथन किया गया। इसमें इस बात पर भी जोर था कि संगठन द्वारा चलाए जाने वाले कार्यक्रमों और अभियानों में सरकार कैसे बेहतर समन्वय के साथ भागीदारी कर सकती है। सेवा, संपर्क और संवाद ही चर्चा के केंद्र में रहा। करीब चार घंटे चली मैराथन बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अब तक जनहित में चलाई गईं योजनाएं और खास तौर पर कोरोना काल में किए गए काम का ब्योरा रखा।

जनता को याद दिलाया जाएगा आपातकाल : चुनावी रणनीति के तहत जिन अभियान और कार्यक्रमों की रूपरेखा बनाई गई है, उसमें 25 जून को 'आपातकाल के काले दिन' को भी शामिल किया गया है। इस कार्यक्रम के तहत प्रदेश की जनता को कांग्रेस की तत्कालीन केंद्र सरकार द्वारा लगाए गए आपातकाल की याद दिलाए जाने का प्रयास होगा।

पदाधिकारियों को सौंपी जाएंगी जिम्मेदारियां : कोर कमेटी की बैठक और अब तक के कार्यक्रमों की समीक्षा के आधार पर जो रोडमैप तैयार हुआ है, अब पार्टी पदाधिकारियों के माध्यम से उसे जमीन पर उतारा जाना है। इसके लिए दोनों राष्ट्रीय नेता मंगलवार को प्रदेश और क्षेत्र के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ अलग-अलग बैठकें करेंगे। उनसे फीडबैक लेने के साथ अलग-अलग कार्यक्रमों की जिम्मेदारी भी सौंपी जाएगी।

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