Guru Purnima: यूपी के सत्ता संग्राम में छिड़ा 'धर्म-युद्ध', गुरु पूर्णिमा पर भाजपा ने मठ-मंदिरों में पूजे संत-महंत

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने शनिवार सुबह लखनऊ में लाटूश रोड के बौद्ध मंदिर लाजपत नगर स्थित गुरुद्वारा और बड़ी काली जी मंदिर चौक में पहुंचकर पूजा-अर्चना की। यहां साधु-संतों का आशीर्वाद लेकर उन्हें अंग वस्त्र व फूलमाला पहनाकर सम्मान-अभिनंदन किया।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 08:49 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 12:16 AM (IST)
Guru Purnima: यूपी के सत्ता संग्राम में छिड़ा 'धर्म-युद्ध', गुरु पूर्णिमा पर भाजपा ने मठ-मंदिरों में पूजे संत-महंत
राम-परशुराम की वंदना के लिए सपा-बसपा में भी होड़।

लखनऊ, राज्य ब्यूरो। सत्ता के लिए छिड़ा संग्राम उत्तर प्रदेश की राजनीति को अचानक धर्म-आस्था की राह पर ले आया है। गुरु पूर्णिमा हो या कोई भी अन्य पर्व, भाजपा उनमें हमेशा सक्रिय रही है, लेकिन इस बार जिस तरह से अभियान चलाकर एक-एक पदाधिकारी अनिवार्यता के साथ मठ-मंदिर पहुंचा और संत-महंत, धर्मगुरुओं की चरणवंदना की, उसके राजनीतिक निहितार्थ स्पष्ट हैं। खास बात तो यह है कि अपनी सेक्युलर छवि के लिए ही हमेशा चि‍ंतित रहीं सपा और बसपा में भी इन दिनों राम और परशुराम की वंदना के लिए होड़ मची है।

2022 में होने जा रहे विधानसभा चुनाव सभी दलों के लिए बेहद खास हैं। भाजपा को दोबारा सत्ता हासिल कर अपने सुशासन पर जनता की मुहर लगवानी है तो बसपा और कांग्रेस के सामने अस्तित्व के संकट से उबरने की चुनौती है। इधर, समाजवादी पार्टी को भी खिसकी जमीन फिर से पाने की चाहत है। ऐसे में सभी पार्टियां पूरा दमखम लगाना चाहती हैं, हर दांव आजमाना चाहती हैं। कृषि कानून विरोधी आंदोलनों को खूब हवा देने के बावजूद जिला पंचायत चुनाव में भाजपा की प्रचंड जीत को विरोधी दल रोक नहीं पाए। इधर, विकास कार्य और जनहित की नीतियों के अतिरिक्त सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के साथ भाजपा अपनी जड़ें लगातार मजबूत करने के प्रयास में है।

अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर, प्रयागराज में हुआ भव्य कुंभ और मथुरा-वृंदावन में कृष्णलीला सहित धार्मिक स्थलों का विकास कर सत्ताधारी दल बड़े वर्ग को धर्म-सूत्र में बांधकर अपने पाले में रखना चाहता है। इसी क्रम में पिछले दिनों भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में रणनीतिकारों ने गुरु पूर्णिमा के लिए कार्यक्रम की रूपरेखा तय कर दी थी। उसी के तहत शनिवार को गुरु पूर्णिमा पर भाजपा के सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को बतौर अभियान जिम्मेदारी सौंपी गई कि उनके क्षेत्र में जो भी मठ-मंदिर, धर्म स्थल हो, वहां जाकर संत-महंत, गुरुजन और धर्मगुरु का वंदन-सम्मान कर आशीर्वाद लेंगे। बेशक, पार्टी इसे पारंपरिक कार्यक्रम बता रही है, लेकिन वास्तव में इतने वृहद स्तर पर प्रायोजित तरीके से गुरु पूर्णिमा पहली बार मनाई गई है।

भाजपा का यह आयोजन इसलिए भी ध्यान खींचता है, क्योंकि बहुजन समाज पार्टी भी धर्म का दांव मजबूती से चलना चाहती है। शुक्रवार से ही ब्राह्मणों को जोडऩे के लिए पार्टी के महासचिव ने अयोध्या से प्रबुद्ध वर्ग गोष्ठियों की शुरुआत की है। उन्होंने न सिर्फ रामलला और हनुमानगढ़ी के दर्शन किए, बल्कि कार्यक्रम के पोस्टर पर भगवान परशुराम का चित्र लगाते हुए उसे भगवा रंग में रंग डाला। इससे पहले समाजवादी पार्टी भी घोषणा कर चुकी है कि वह भगवान परशुराम की प्रतिमा लगवाएगी। राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव बीते दिनों चित्रकूट सहित कई मंदिरों में जाकर हि‍ंदू समाज को संदेश देने का प्रयास कर चुके हैं। इसी तरह कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव व प्रदेश प्रभारी प्रियंका वाड्रा ने भी साफ्ट हि‍ंदुत्व की डगर पकड़ी है। वह प्रयागराज जाकर संगम में डुबकी लगा चुकी हैं। वह सहारनपुर स्थित शाकुंभरी देवी मंदिर में भी दर्शन को पहुंची थीं। इन सभी दलों के बीच छिड़ा धर्म-युद्ध भाजपा के वोटबैंक में सेंध का प्रयास माना जा रहा है।

बौद्ध मंदिर और गुरुद्वारा भी गए स्वतंत्रदेव

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने शनिवार सुबह लखनऊ में लाटूश रोड के बौद्ध मंदिर, लाजपत नगर स्थित गुरुद्वारा और बड़ी काली जी मंदिर चौक में पहुंचकर पूजा-अर्चना की। यहां साधु-संतों का आशीर्वाद लेकर उन्हें अंग वस्त्र व फूलमाला पहनाकर सम्मान-अभिनंदन किया। दोपहर में हनुमान सेतु मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की। उन्होंने साधु-संतों व महात्माओं के चरण पखारे और उनका अभिनंदन-सम्मान किया। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि गुरुजन व साधु-संत, व्यक्ति और समाज के पथ प्रदर्शक होते हैं। देश व राष्ट्र निर्माण में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण है, इसलिए गुरु पूर्णिमा के अवसर पर पार्टी कार्यकर्ता पूरे प्रदेश में साधु-संतों का अभिनंदन-वंदन करते हुए आभार जताकर आशीर्वाद ले रहे हैं। स्वतंत्र देव ने कहा कि भाजपा सरकार ने अयोध्या, मथुरा, काशी, वि‍ंध्य, चित्रकूट सहित धर्म व आध्यात्मिक चेतना के प्रमुख केंद्रों के सर्वांगीण विकास के लिए अनेक कदम उठाए हैं। प्रदेश मीडिया प्रभारी मनीष दीक्षित भी उनके साथ थे।

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