जन-जन तक भाजपा सरकार की विकास गाथा पहुंचाने को निकलेगी छह यात्राएं, पीएम मोदी भी होंगे शामिल

UP Assembly Election 2022 विधानसभा चुनाव में विजय पताका फहराने के लिए सभी दल मैदान में उतर चुके हैं। अलग-अलग क्षेत्रों में यात्राएं निकाल रहे हैं। पहले जन आशीर्वाद यात्रा निकाल चुकी भाजपा फिर जनता के बीच जाएगी। इसकी रूपरेखा तय करने को पार्टी मुख्यालय में अहम बैठक हुई।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 09:29 PM (IST) Updated:Wed, 01 Dec 2021 08:22 AM (IST)
जन-जन तक भाजपा सरकार की विकास गाथा पहुंचाने को निकलेगी छह यात्राएं, पीएम मोदी भी होंगे शामिल
भाजपा प्रदेश मुख्यालय में संगठन की बैठक का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ करते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश विधानसभा की तैयारी में जुटी भारतीय जनता पार्टी ने एक अभियान से प्रदेशभर को मथने के लिए कमर कस ली है। जन-जन तक केंद्र और प्रदेश सरकार की विकास गाथा पहुंचाने के लिए छह यात्राएं निकालने जा रही है, जो सभी 403 विधानसभा क्षेत्रों में पहुंचेंगी। केंद्रीय मंत्री व प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान के साथ हुई संगठन की अहम बैठक में इसकी रूपरेखा बनाई गई। तारीखें अभी तय नहीं हैं, लेकिन निर्णय हो चुका है कि समापन एक साथ लखनऊ में होगा। उसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी शामिल हो सकते हैं।

विधानसभा चुनाव में विजय पताका फहराने के लिए सभी दल मैदान में उतर चुके हैं। अलग-अलग क्षेत्रों में यात्राएं निकाल रहे हैं। पहले जन आशीर्वाद यात्रा निकाल चुकी भाजपा फिर यात्रा लेकर जनता के बीच जाएगी। इसकी रूपरेखा तय करने के लिए मंगलवार को पार्टी मुख्यालय में अहम बैठक हुई। इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही केंद्रीय मंत्री व प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, डा. दिनेश शर्मा और प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल सहित अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल हुए। इसमें अवध, काशी, गोरखपुर, ब्रज, कानपुर और पश्चिम क्षेत्र के कुछ वरिष्ठ पदाधिकारी भी बुलाए गए थे।

बैठक का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभिन्न क्षेत्रों से आए कार्यकर्ताओं को बताया कि केंद्र और प्रदेश सरकार की उपलब्धियां जनता को बताने के लिए सभी छह क्षेत्रों से यात्राएं निकाली जाएंगी। यह यात्राएं प्रदेश की सभी 403 विधानसभा क्षेत्रों में पहुंचेंगी। लखनऊ में एक साथ यात्राओं का समापन होगा। संगठन की विस्तृत रूपरेखा बना रहा है। पार्टी सूत्रों ने बताया कि राजधानी में होने वाले समापन समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ ही राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह शामिल हो सकते हैं। बैठक में राष्ट्रीय मंत्री हरीश द्विवेदी, विनोद सोनकर और विधि मंत्री ब्रजेश पाठक भी शामिल हुए।

2017 में गिनाई पिछली सरकार की खामियां, अब हैं अपनी उपलब्धियां : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक में कहा कि इन यात्राओं के माध्यम से भाजपा केंद्र सरकार की 7.5 वर्षों की उपलब्धि और पांच वर्षों की प्रदेश सरकार की उपलब्धियों को जनता के बीच लेकर जाएगी। 2017 के चुनाव से पहले जब यात्रा निकाली थी, तब हमने पूर्ववर्ती सरकार की खामियों को जनता के बीच उजागर किया, जबकि इस बार हम अपनी उपलब्धियां बताने और जनता का आशीर्वाद लेने फिर से उनके बीच जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से चली आ रही भाई-भतीजावाद, क्षेत्रवाद, भाषावाद, जातिवाद, मत और मजहब के दायरे में कैद होकर चली आ रही राजनीति को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बदला है। इस बारे में राजनीतिक दल व उनके लोग भले ही बात न करते हों, लेकिन समाज के आम आदमी भी उनकी गरीब कल्याण की योजनाओं से प्रसन्न हैं। उनके इसी दृष्टिकोण को लेकर 2017 से योजनाओं को प्रदेश सरकार ने सफलतापूर्वक धरातल पर उतारा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 से पहले के उत्तर प्रदेश के बारे में सब लोग जानते हैं। पहले दंगे होते थे, माफिया तबाही मचाई हुए थे। आम आदमी अपने अधिकारों से जबरिया वंचित था। इन यात्राओं के माध्यम से हम प्रदेश की 25 करोड़ जनता के बीच भाजपा के केंद्र व राज्य सरकार के जनकल्याणकारी कार्यों और उपलब्धियों को लेकर जाने वाले हैं। सभी कार्यकर्ता अपने जिलों में इसकी तैयारी करें।

सोनकर प्रदेश संयोजक, हर क्षेत्र की बांटी जिम्मेदारी : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जाने के बाद धर्मेंद्र प्रधान ने संगठन पदाधिकारियों के साथ यात्रा की रूपरेखा पर चर्चा की। विधान परिषद सदस्य विद्यासागर सोनकर को प्रदेश यात्रा प्रमुख बनाया गया। साथ ही अलग-अलग छह क्षेत्रों के संयोजक भी तय कर दिए गए। पार्टी का जोर इसी पर है कि संगठनात्मक दृष्टि से क्षेत्र के तहत आने वाले प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में यात्रा पहुंचे। इसमें संगठन के साथ ही सरकार के मंत्रियों, सांसदों, विधायकों व अन्य जनप्रतिनिधियों की भागीदारी रहे।

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