सीएम योगी आदित्यनाथ बोले- भगवान श्रीराम को गाली देने वाले अब उनकी ही शरण में आए

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकार की साढ़े चार वर्ष की उपलब्धि गिनाने के साथ पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कल्याण सिंह के योगदान पर प्रकाश डालने के साथ विपक्षी दलों के भगवान श्रीराम पर उमड़े प्रेम को लेकर भी कटाक्ष किया।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 01:46 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 04:24 PM (IST)
सीएम योगी आदित्यनाथ बोले- भगवान श्रीराम को गाली देने वाले अब उनकी ही शरण में आए
लोध-राजपूत सम्मेलन को सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी संबोधित किया

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर भारतीय जनता पार्टी हाई अलर्ट मोड पर है। भाजपा उत्तर प्रदेश इन दिनों लखनऊ में सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन का आयोजन करा रहा है। मंगलवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में लोध-राजपूत सम्मेलन को सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी संबोधित किया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकार की साढ़े चार वर्ष की उपलब्धि गिनाने के साथ पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कल्याण सिंह के योगदान पर प्रकाश डालने के साथ विपक्षी दलों के भगवान श्रीराम पर उमड़े प्रेम को लेकर भी कटाक्ष किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में लम्बे समय तक सत्ता का सुख लेने वाले वोट बैंक की खातिर भगवान श्रीराम को भी गाली देने से नहीं चूकते थे। इन लोगों ने अयोध्या में भगवान श्रीराम राम का मंदिर बनाने को लेकर तमाम तरह की बाधाएं भी पैदा की। इसके बाद आज समय ऐसा आ गया है कि यह सभी दल भगवान श्रीराम की शरण में हैं। जिस अयोध्या तक जाने से इनको परहेज था, आज हर दूसरे दिन कोई ना कोई नेता रामलला का आशीर्वाद लेने जरूर जाता है। आज ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के रामलला व हनुमान गढ़ी का दर्शन करने पर भी सीएम योगी आदित्यनाथ ने कटाक्ष किया।

उन्होंने कहा कि पहले राम को गाली देते थे अब लगता है कि राम के बगैर राम के बिना नैया पार नहीं होगी तो अयोध्या आ गए। उन्होंने कहा कि छह दिसम्बर 1992 को कोई ऐसी पार्टी नहीं जिसने कल्याण सिंह को कोसा नहीं हो। अब केजरीवाल से दिल्ली संभल नहीं रही है तो रामलला की शरण में आए हैं। इनसे दिल्ली संभलती नहीं और यूपी में फ्री-फ्री की बात करते हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले प्रदेश में रामनवमी, दुर्गापूजा, रामलीला पर कर्फ्यू लग जाता था। प्रशासन का डंडा चलता था। अब ऐसा नहीं है। वह लोग आस्था को कैद रखते थे। अब ऐसा नहीं है। आप सभी ने देखा विजयदशमी आई तो खुलकर मनाई गई, वह भी कोरोना काल में भी। और अब धूम से दीपावली भी मनेगी।

कोरोना काल में आइसोलेशन में थे विपक्षी दल

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश तथा प्रदेश बीते कई महीनों से कोरोना वायरस संक्रमण से जूझा। पीएम मोदी के दिशा-निर्देशन में केंद्र तथा प्रदेश सरकार ने कोरोना महामारी से जूझते हुए सभी के प्राण की रक्षा का प्रयास किया। विपक्षी दल के नेता तो कहीं पर भी नहीं दिखे। केन्द्र व प्रदेश सरकार के साथ भाजपा व आरएसएस के लोग काम कर रहे थे। दूसरे दलों के लोग या तो घरों में सो रहे थे, या फिर आइसोलेशन में थे। अब तो चुनाव के दौरान भी उन पार्टियों को आइसोलेशन में ही रखना है। अरविंद केजरीवाल को लेकर उन्होंने कहा कि एक दिल्ली वाले हैं वो तो कोरोना में यूपी तथा बिहार के लोगों को दिल्ली से भगा दिए। चुनाव आया तो यूपी आ गए हैं। कोरोना काल में दिल्ली की सारी जनता उत्तर प्रदेश की ओर देख रही थी।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भाजपा ने देश तथा प्रदेश को अपना परिवार माना है। उसी के तहत काम भी हो रहा है। गरीबों को पांच लाख रुपये का आयुष्मान भारत का कार्ड दिया गया तो कोरोना काल में गरीबों को फ्री में राशन दिया गया है। पहले किसी एक परिवार के लिए काम होते थे। अब पूरे प्रदेश को परिवार मानकर काम हो रहा। मोदी जी पूरे देश को परिवार मानकर काम कर रहे।

एक पार्टी के विज्ञापन पर भी ली चुटकी

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आजकल लखनऊ में एक पार्टी के मुखिया का विज्ञापन है कि मैं आ रहा। इसका मतलब अपहरण, गुंडागर्दी, मारपीट, लूट का संकेत दे रहे कि उनके आने से यही होगा। प्रदेश में उनकी सरकार आते ही आतंकियों का मुकदमा हटाना और कोसीकलां का दंगा शुरू होगा। फिर सिलसिला चलेगा। पहले हर तीसरे दिन यही होता था। हम सभी को उनके चरित्र को समझना जरूरी है।

महिला कल्याण पर भी फोकस

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारी सरकार का प्रयास सभी के विकास का है। महिला के स्वास्थ्य तथा उनके कल्याण भी हमारा जोर है। हमारी सरकार में वीरांगना अवंती बाई की चर्चा भी होती है। पीएम मोदी ने एक मेडिकल कालेज के नाम उन्हीं के नाम रखा है। पहले कोई मेडिकल कालेज की बात नहीं करता अब बना है। हमें प्रदेश में तीन महिला बटालियन की स्थापना करनी थी। हमने एक बटालियन का नाम वीरांगना अवंती बाई तय कर दिया है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बनने से पहले 2017 तक प्रदेश में सामाजिक ताना-बाना छिन्न-भिन्न था। 2017 में हमें बिगड़ा प्रदेश मिला था। पहले की सरकार ने अपने परिवार को छोड़कर किसी की चिंता नहीं की थी। यह देश और समाज के लिए नहीं जीते थे।

स्वर्गीय कल्याण सिंह के योगदान को जमकर सराहा

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि स्वर्गीय बाबू जी जब थे, तब ताला नगरी में व्यापक निवेश कराया था। उस समय हार्डवेयर के क्षेत्र में अलीगढ़ को पहचान दिलाई थी। उस दौरान सपा, कांग्रेस व बसपा ने क्या किया, उनसे पूछना चाहिए। आज एक-एक जिले के उत्पाद को प्रमोट करने का काम हो रहा है। स्व. कल्याण सिंह ने अपने परिवार के लिए नहीं, इस देश और धर्म के लिए जीवन जिया था। एटा में मेडिकल कॉलेज की कोई बात करता था, लेकिन आज वहां मेडिकल कॉलेज बना है। यह स्वर्गीय बाबू जी की भावना थी। कल वहां पर मेडिकल कॉलेज का लोकार्पण हुआ। स्वर्गीय कल्याण सिंह जी का जीवन देश और धर्म के लिए समर्पित था। उन्होंने लोधी राजपूत परिवार में जन्म लिया, पले, बढ़े, शिक्षा ली और सार्वजनिक जीवन में आने के बाद देश और धर्म के लिए समर्पित कर दिया। लखनऊ में 1200 करोड़ की लागत से बना अत्याधुनिक कैंसर अस्पताल बनकर तैयार हुआ है। सरकार ने उस कैंसर अस्पताल का नाम स्वर्गीय कल्याण सिंह कैंसर अस्पताल रखा है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि कोई पिछड़ों का नेता और रामभक्त देश छोड़कर चला जाये तो सभी को राजनीति से ऊपर उठकर श्रद्धांजलि देने आना चाहिए, लेकिन एक पार्टी का मुखिया नहीं आया। यह कल्याण सिंह का नहीं, पूरे समाज का अपमान है। इतने महान व्यक्ति को पुष्पांजलि देने न जाएं यह शर्म की बात है। यह सिर्फ लोधी समाज का नहीं, रामभक्तों का भी अपमान। अगर 2022 में उस पार्टी के मुखिया को कोई इस समाज से वोट देता है तो वह आत्महत्या के समान है। कल्याण सिंह ने मरते मरते श्रीराम का नाम लिया। सीएम योगी अपने पिता की अंत्येष्टि में नहीं जा पाए, लेकिन कल्याण सिंह के निधन पर रात-दिन डटे रहे। लखनऊ से लेकर अलीगढ़ तक बुलंदशहर तक सभी कार्यक्रम में साथ रहे। उन्होंने कहा कि कल्याण सिंह ने भाजपा में आकर लोधी का सम्मान बढ़ाया और सरकार में आकर देश का नाम बढ़ाया।

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