Bird Flu in UP: मरे हुुुए पक्षियों के पास जाने व छूने से बचने की हिदायत, स्वास्थ्य व पशुपालन विभाग अलर्ट
Bird Flu in UP केंद्रीय होम्योपैथी के पूर्व सदस्य डॉक्टर अनुरुद्ध वर्मा ने बताया कि बर्ड फ्लू एवियन एंफ्लुएंजा वायरस (एच5एन1) से बर्ड फ्लू का सबसे बड़ा कारण माना जाता है। यह वायरस पक्षियों के साथ ही इंसानों के लिए भी खतरनाक होता है।
लखनऊ, जेएनएन। इन दिनों देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू को लेकर अलर्ट जारी है। हालांकि, अभी तक लखनऊ में कोई मामला नहीं आया है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट पर है। विशेषज्ञों के अनुसार मरे हुए संक्रमित पक्षियों के पास जाने या उन्हें छूने से भी इसका संक्रमण हो सकता है। स्वास्थ विभाग ने लोगों को मरे हुए पक्षियों के पास नहीं जाने की अपील की है। केंद्रीय होम्योपैथी के पूर्व सदस्य डॉक्टर अनुरुद्ध वर्मा ने बताया कि बर्ड फ्लू एवियन एंफ्लुएंजा वायरस (एच5एन1) से बर्ड फ्लू का सबसे बड़ा कारण माना जाता है। यह वायरस पक्षियों के साथ ही इंसानों के लिए भी खतरनाक होता है। संक्रमित पक्षियों के लार, मल, मूत्र, आंसू, मुंह और नाक के अन्य स्राव द्वारा इंसानों में पंहुच कर संक्रमित कर सकता है। जहां पक्षियों की काफी तादाद होती है, वहां इसका संक्रमण होने की आशंका ज्यादा रहती है। पक्षियों का अधपका या कच्चा मांस खाने से भी या संक्रमण हो सकता है।
बर्ड फ्लू के लक्षण
सांस लेने में तकलीफ, हर वक्त उल्टी होने का एहसास, हमेशा कफ रहना, नाक बहना, सिर में दर्द रहना, गले में सूजन, मांसपेशियों में दर्द,दस्त होना, पेट के निचले हिस्से में दर्द रहना, निमोनिया या आंख में कंजंक्टिवाइटिस होना।
सावधनियां:
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी टीएस यादव ने बताया कि पक्षी बाड़ों और पोल्ट्री फार्म का निरीक्षण कराया जा रहा है। एहतियात के तौर पर वहां सैनिटाइजेशन भी कराया जा रहा है। लोगों से अपील है कि अगर कोई पक्षी मरे तो वह इसकी सूचना स्वास्थ विभाग को दें। उसके आसपास ना जाएं।
पशुपालन विभाग अलर्ट, निर्देश जारी
बर्ड फ्लू की आशंका के बीच योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद बर्ड फ्लू को लेकर पशुपालन विभाग भी हरकत में आया है। पशुपालन निदेशालय की ओर से राजधानी सहित प्रदेश के सभी मंडल स्तरीय अधिकारियों को जारी निर्देश में निगरानी टीम बनाने के लिए कहा गया है। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ.टीएस यादव ने बताया कि विभाग की ओर से जिले स्तर से लेकर पंचायत तक पोल्ट्री फॉर्म पर नजर बनाए रखने की हिदायत दी गई है। कहीं से भी रोग की सूचना आती है इसके लिए कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है। बत्तख और पोल्ट्री फार्म में पक्षियों की संख्या और मुख्यालय से दूरी के साथ रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश। जिला स्तर पर टास्क फोर्स के सदस्यों को आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रखने के निर्देश। पोल्ट्री फार्म, दुकान, बाजार, नेशनल पार्क, अभ्यारण, जलाशय पर पक्षियों को लेकर लगातार सर्विलांस करने के निर्देश पक्षी पालकों से नियमित तौर पर संपर्क रखने के निर्देश। पशुपालन के अधिकारियों को वन विभाग के अधिकारियों के साथ समन्वय रखने के निर्देश। पक्षियों के मृत मिलने पर सूचना तत्काल जिले के अफसरों को उपलब्ध कराने का निर्देश। यूपी पशुपालन विभाग की तरफ से कंट्रोल रूम नंबर भी किया गया जारी। मंडलीय निदेशक मुख्य पशु अधिकारी समय पर पालन के सभी अफसरों को निर्देश जारी। पक्षी की मौत होने या बीमार होने पर तत्काल उसके नमूने लेकर बर्ड फ्लू की जांच कराई जाए।