यूपी में कोविड-19 जांच में बड़ी लापरवाही, 47,156 लोगों का एंटीजन टेस्ट नेगेटिव फिर नहीं हुई RTPCR जांच

यूपी में कोरोना वायरस संक्रमण की जांच करने में बड़ी लापरवाही सामने आई है। कोविड-19 के लक्षण वाले ऐसे लोग जिनकी रैपिड एंटीजन टेस्ट की रिपोर्ट नेगेटिव आई थी उनमें कोरोना संक्रमण की तस्दीक करने के लिए दोबारा आरटीपीसीआर जांच नहीं हुई।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Sun, 25 Oct 2020 06:30 AM (IST) Updated:Sun, 25 Oct 2020 08:39 AM (IST)
यूपी में कोविड-19 जांच में बड़ी लापरवाही, 47,156 लोगों का एंटीजन टेस्ट नेगेटिव फिर नहीं हुई RTPCR जांच
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण की जांच करने में बड़ी लापरवाही सामने आई है।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण की जांच करने में बड़ी लापरवाही सामने आई है। कोरोना के लक्षण वाले ऐसे लोग जिनकी रैपिड एंटीजन टेस्ट की रिपोर्ट नेगेटिव आई थी, उनमें कोरोना संक्रमण की तस्दीक करने के लिए दोबारा रियल टाइम पॉलीमिरेज चेन रिएक्शन (आरटीपीसीआर) जांच नहीं हुई। ऐसे करीब 47,156 लोग हैं, जिनकी एंटीजन टेस्ट की रिपोर्ट नेगेटिव आई है और उनकी कोरोना आरटीपीसीआर जांच नहीं हुई है। फिलहाल स्वास्थ्य विभाग अब दो दिनों के भीतर ऐसे लोगों की जांच विशेष टीमों की मदद से कराएगा।

उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण वाले रोगी कम हैं और बिना लक्षण वाले मरीज काफी ज्यादा हैं। कोरोना के लक्षण वाले वह लोग जिन्होंने रैपिड एंटीजन टेस्ट कराया उनकी संख्या 97,248 है। कोरोना के लक्षण वाले इन लोगों में से केवल 50,092 लोगों का ही दोबारा आरटीपीसीआर टेस्ट कराया गया। यानी सिर्फ 51.5 प्रतिशत में ही कोरोना होने की तस्दीक करने के लिए टेस्ट किया गया। 47,156 कोरोना के लक्षण वाले वह लोग छूट गए जिनकी एंटीजन टेस्ट में रिपोर्ट नेगेटिव आई थी।

अब इनमें कोरोना वायरस का संक्रमण है या नहीं इसकी तस्दीक करने के लिए स्वास्थ्य विभाग आनन-फानन में दो दिनों में टीमें गठित कर जांच करेगा। उत्तर प्रदेश में अब तक 4.68 लाख लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं और 4.33 लाख लोग स्वस्थ हो चुके हैं। अब एक्टिव केस 27,681 हैं।

chat bot
आपका साथी