लखनऊ में जयकारे के साथ बंगाली समाज ने किया मां लक्ष्मी का विसर्जन

लखनऊ में मां दुर्गा की विदाई के बाद मां लक्ष्मी का घर में विराजमान रहें इसी कामना को लेकर शुक्रवार को दुर्गा पूजा पंडालों में मां लक्ष्मी की स्थापना कर पूजा की गई। नई प्रतिमा की स्थापना के साथ स्थापित प्रतिमाओं का जयकारे के साथ शनिवार को विसर्जन किया गया।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 02:50 PM (IST) Updated:Sat, 31 Oct 2020 02:50 PM (IST)
लखनऊ में जयकारे के साथ बंगाली समाज ने किया मां लक्ष्मी का विसर्जन
बंगाली समाज ने लखनऊ के झूलेलाल घाट पर किया विसर्जन, झूलेलाल घाट पर गोमती में प्रवाहित की गईं प्रतिमाएं।

लखनऊ, जेएनएन। मां दुर्गा की विदाई के बाद मां लक्ष्मी का घर में विराजमान रहें, इसी कामना को लेकर शुक्रवार को दुर्गा पूजा पंडालों में मां लक्ष्मी की स्थापना कर पूजा की गई। नई प्रतिमा की स्थापना के साथ ही पिछले साल स्थापित प्रतिमाओं का जयकारे के साथ शनिवार को विसर्जन किया गया। झूलेलाल घाट पर विसर्जन के लिए भले ही गड्ढे बनाए गए थे, लेकिन समाज की ओर से सीधे गोमती में प्रतिमाएं प्रवाहित की गईं।

कोराेना संक्रमण के चलते दुर्गा पूजा कमेटी के कुछ सदस्य ही विसर्जन में शामिल हुए। बादशाहनगर दुर्गा पूजा कमेटी सदस्य प्रिया सिन्हा ने बताया कि मान्यता है कि शरद पूर्णिमा की रात ऐरावत पर बैठकर देवराज इंद्र महालक्ष्मी के साथ धरती पर आते हैं और पूछते हैं कि कौन जाग रहा है। जो जाग रहा होता है और उनका स्मरण कर रहा होता है, उसे ही मां लक्ष्मी और इंद्र की विशेष कृपा मिलती है। मां लक्ष्मी की स्थापना के साथ पुरानी प्रतिमा का विसर्जन किया गया। छावनी दुर्गा पूजा कमेटी के निहार डे ने बताया किमां दुर्गा की विदाई के साथ ही इस दिन मां लक्ष्मी की कामना की पूजा की गई। पूजा पंडालों में मां लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित कर पुरानी प्रतिमा का जयकारे के साथ विसर्जन किया गया। विकासनगर में सुमित भौमिक, गोमतीनगर के विकल्पखंड-दो स्थित शिव मंदिर में नीरा सिन्हा,  ट्रांस गोमती दुर्गा पूजा एवं दशहरा कमेटी की ओर से अलीगंज में चंद्रशेखर पार्क के सामने स्थापित प्रतिमा का तुहिन बनर्जी के संयोजन में विसर्जन किया गया। सिंधी स्कूल, कानपुर रोड एलडीए काॅलोनी कमेटी हाल, लालबाग, कैसरबाग, मॉडल हाउस,विद्यांत महाविद्यालय चारबाग सेवाग्राम सहित सभी पूजा पंडालों में स्थाापित प्रतिमाएं गोमती में प्रवाहित की गईं। विसर्जन कमेटी के महासचिव दीपक हालधार ने बताया कि प्रशासन की गैर मौजूदगी में सीधे गोमती में प्रतिमाएं प्रवाहित की गईं जबकि मां दुर्गा की प्रतिमाएं गोमती के घाट पर बनाए गए कुंड में प्रवाहित की गईं थीं।

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