लखनऊ, जेएनएन। कोरोना संक्रमण से बचाते हुए कार्यक्षमता में विकास करने की चुनौती जहां मुंह बाए खड़ी है तो नौकरी देने वाली मल्टीनेशनल कंपनियों में मानकों पर खड़े उतरने की जद्दोजहद में युवा परेशान हैं। आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए युवाओं का मार्ग दर्शन करने के लिए बाबा साहब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विवि में वेबिनार का आयोजन किया गया। इंडियन एकेडमी ऑफ एंपावरमेंट एंड एजुकेशन रिसर्च के सहयोग से आयोजित वेबिनार में कुलपति प्रो.संजय सिंह ने कहा कि बिजनेसमैन और उद्योगपतियों की सफलता की कहानी पढ़कर युवा अपनी जिंदगी का रास्ता बना सकते हैं। उनके साथ समाज में भी बदलाव आएगा।
कॉरपोरेट प्रशिक्षक वैभव मेदीरत्ता ने विद्यार्थियों को अच्छी कंपनी में नौकरी प्राप्त करने के लिए किन विशेषताओं का विकास अपने अंदर करना चाहिए, इसकी विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने युवाओ को कंपनी को स्थापित करने तथा सफलता प्राप्त करने के सफर के बारे में पढ़ने और उससे सीखने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि व्यवसाय जगत में बड़ी कंपनियों में नौकरी के लिए विद्यार्थियों को मांग और आपूर्ति और उपभोक्ताओं के व्यवहार की जानकारी होना समय की मांग है। उन्होंने विद्यार्थियों को 90 दिन तक लगातार प्रमुख बिज़नेस अखबार व मैंग्ज़ीन से 10 हेडलाइंस प्रतिदिन पढ़ने की सलाह भी दी। वेबिनार में प्रो.एमएस खान ,आयोजन सचिव डॉ. रमेश कुमार चतुर्वेदी,डिपार्टमेंट ऑफ रूरल मैनजमेंट के विभागाध्यक्ष प्रो. कुशेंद्र मिश्रा सहित शिक्षक व विद्यार्थी शामिल हुए।
जागरूकता से रूकेगा एड्स
शिक्षा से ही एड्स से लोगों को बचाया जा सकता है। जागरूकता ही इसकी रोकथाम है।मंगलवार को बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विवि में विश्व एड्स दिवस के उपलक्ष्य में विधि विभाग की ओर से आयोजित जागरूकता अभियान में विभागाध्यक्ष डॉ.संजीव चड्ढा बोल रहे थे। प्रोफेसर सुदर्शन वर्मा ने रोकथाम पर विस्तार से प्रकाश डाला। इस अवसर पर डा. प्रदीप कुमार, डा. अनीस अहमद, डा. मुजीबुर्रहमानडा.सुफिया ने एड्स जागरूकता एवं नियंत्रण पर अपने विचार व्यक्त किए।