Mukhtar Ansari Ambulance Case: शाहिद से खोलेगी बाराबंकी पुलिस मुख्तार की एंबुलेंस के राज, फाइनेंस कराने में थी अहम भूमिका
एंबुलेंस के पंजीयन में अहम भूमिका निभाने वाले लखनऊ के शाहिद नामक एक व्यक्ति सहित मऊ के एक और व्यक्ति का नाम प्रकाश में आया है। दोनों का नाम पुलिस ने मुकदमे में शामिल कर लिया है इसमें मुख्तार सहित कुल सात लोगों का नाम शामिल हो चुका है।
बाराबंकी [निरंकार जायसवाल]। बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी की एंबुलेंस को बाराबंकी में पंजीकृत करने वाले के गिरेबां की ओर पुलिस का हाथ धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। एंबुलेंस के पंजीयन में अहम भूमिका निभाने वाले लखनऊ के शाहिद नामक एक व्यक्ति सहित मऊ के एक और व्यक्ति का नाम प्रकाश में आया है। दोनों का नाम पुलिस ने मुकदमे में शामिल कर लिया है, जिसके बाद इस मुकदमे में मुख्तार सहित कुल सात लोगों का नाम शामिल हो चुका है।
फर्जी व कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर बाराबंकी एआरटीओ में पंजीकृत कराई गई मुख्तार अंसारी के लिए एंबुलेंस यूपी 41 एटी 7171 के राज से परत दर परत पर्दा उठ रहा है। मुकदमे की विवेचना में पुलिस ने साक्ष्यों व बयान के आधार पर लखनऊ में रहने वाले शाहिद और मऊ के आनंद यादव को भी नामजद कर लिया है।एक अप्रैल को दर्ज कराए गए मुकदमे में केवल मऊ स्थित श्याम संजीवनी हास्पिटल की संचालिका डा. अलका राय को नामजद किया गया था। जांच में मुख्तार अंसारी, उसके प्रतिनिधि मुजाहिद, अलका राय के सहयोगी डा. शेष नाथ राय, राजनाथ यादव सहित शाहिद व आनंद का नाम शामिल किया जा चुका है। इसमें से डा. अलका राय, डा. शेष नाथ, राजनाथ यादव को पुलिस जेल भेज चुकी है। इस मुकदमे में पुलिस शाहिद के जरिए बाराबंकी में मुख्तार अंसारी के मुख्तार तक पहुंचने में सफलता हासिल कर सकती है। बताया जाता है कि शाहिद की एंबुलेंस वाहन को फाइनेंस कराने में मुख्य रूप से भूमिका है। अब पुलिस शाहिद को सरगर्मी से तलाश रही है। बताया जाता है कि शाहिद मुख्तार का बहुत करीबी है बतौर प्रतिनिधि वह मुख्तार के काम करता था।