Barabanki family murder and suicide case: पत्नी-बच्चों के शव के साथ बिताए 24 घंटे, फिर की आत्महत्या

Barabanki family murder and suicide case पांच जून को बंद घर से म‍िले थेे परि‍वार के पांच सदस्‍यों के शव। पत्‍नी और बच्‍चों को जहर देकर पत‍ि ने खुुुद लगा ली फांसी।

By Divyansh RastogiEdited By: Publish:Sat, 06 Jun 2020 06:24 PM (IST) Updated:Sun, 07 Jun 2020 08:12 AM (IST)
Barabanki family murder and suicide case: पत्नी-बच्चों के शव के साथ बिताए 24 घंटे, फिर की आत्महत्या
Barabanki family murder and suicide case: पत्नी-बच्चों के शव के साथ बिताए 24 घंटे, फिर की आत्महत्या

बाराबंकी, जेएनएन। Barabanki family murder and suicide case : उत्‍तर प्रदेश के बाराबंकी में पत्नी व तीन बच्चों की हत्या करने के बाद पति के खुद फांसी लगाने के मामले में शनिवार को पुलिस ने एक और खुलासा किया है। छानबीन में पता चला कि विवेक शुक्ला ने अपनी पत्नी और तीनों बच्चों को विषाक्त पदार्थ देकर मौत के घाट उतारा था। चारों की मौत के बाद करीब 24 घंटे तक उसने लाशों के बीच बिताए। इस दौरान उसने सुसाइड नोट लिखा और फिर शराब के नशे में धुत होकर पहले हाथ की नस काटकर फंदे से लटककर आत्‍महत्‍या कर ली। चार पेज के सुसाइड नोट की हैंड राईटिंग का मिलान कराने के लिए फॉरेंसिक टीम को भेजा गया है। पांचों शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया। 

दो जून की रात पत्‍नी और बच्‍चों को दिया था जहर  

कोतवाली नगर के ग्राम सफेदाबाद निवासी भुवन मोहन शुक्ला का पुत्र विवेक शुक्ला अपनी पत्नी अनामिका, पुत्री पोयम और रितु, पुत्र बबल के साथ घर के अलग हिस्से में रहते थे। पांच जून को पांचों का शव घर के अंदर पड़ा मिला था। विवेक का शव फंदे से लटकर रहा था जबकि कमरों में पत्नी व बच्चों के शव पड़े थे। शुक्रवार रात करीब एक बजे तक पांचों शव के पोस्‍टमॉर्टम की प्रक्रिया तीन डॉक्टरों के पैनल ने पूरी की। पीएम रिपोर्ट में पत्नी व बच्चों की मौत जहर से होने की पुष्टि हुई है, जबकि विवेक की मौत फांसी से होना पुष्ट हुआ है। पीएम रिपोर्ट के अनुसार, अनामिका और तीनों बच्चों की मौत तीन दिन पूर्व हुई थी, जबकि विवेक की मौत एक से डेढ़ दिन पहले हुई है। इससे स्पष्ट है कि इस दौरान करीब 24 से 36 घंटे विवेक ने चारों लाशों के साथ बिताए। 

 

फिर लिखा सुसाइड नोट की आत्महत्या

परिस्थितियों के साक्ष्यों से आशंका जताई जा रही है कि दो जून की रात विवेक ने चारों की हत्या कर दी थी। सुसाइड नोट में यह लिखा भी है कि बच्चों की लाश सामने पड़ी है और वह शराब व सिगरेट पी रहा है। इससे स्पष्ट है कि शराब के नशे में धुत होने के बाद शायद वह जान देने का साहस जुटा सका। 

मृतक विवेक पर दर्ज हुआ हत्या का मुकदमा 

शनिवार सुबह परिवारजन ने तीनों बच्चों के शव को दफन करके और दंपति के शवों का अंतिम संस्कार किया। इस दौरान पुलिस और तमाम लोग मौजूद रहे। सीओ सिटी सुशील कुमार सिंह ने बताया कि चुंकि विवेक ने अपनी पत्नी व तीन बच्चों को जहर देकर मौत के घाट उतारा था, इसलिए उसके खिलाफ विवेक के पिता की तहरीर पर नियमता मुकदमा दर्ज किया गया है, जो बाद में समाप्त कर दिया जाएगा। वहीं, इस वारदात के पीछे कर्ज और विवेक की मिली डायरी में लेनदेन के विवरण की बात सामने आ रही है। प्रभारी निरीक्षक कोतवाली नगर पंकज सिंह ने बताया कि अगर जांच में किसी के दबाव में अथवा किसी के उत्पीड़न से आत्महत्या की बात सामने आती है तो आरोपित के खिलाफ आत्महत्या के लिए प्रेरित करने की धारा में मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

पिता-पुत्र का एक दिन जन्म दिन

विवेक और उसके पुत्र बबल का जन्म दिन एक ही तिथि 12 जून को होता था। दोनों एक साथ जन्मदिन का केक काटते थे। जन्म दिन से कुछ दिन पूर्व हुई यह दुखद घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। 

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