Ayushman India Golden Card: प्रदेश के सात हजार गांवों में बनेंगे आयुष्मान भारत के गोल्डेन कार्ड, मिलेगी ये सुविधा
Ayushman India Golden Card इन गांवों में अब तक नहीं बना योजना का एक भी कार्ड बढ़ेगा योजना का दायरा। नवंबर में विशेष अभियान चलाकर बनाए जाएंगे गोल्डेन कार्ड। इस कार्ड की मदद से एक परिवार को पांच लाख रुपये तक के इलाज की सुविधा दी जा रही है।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। Ayushman India Golden Card:आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत प्रदेश के सात हजार गांवों में लोगों के गोल्डेन कार्ड भी बनाए जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि इन गांवों में एक भी लोगों का कार्ड नहीं बना है। ऐसे में नवंबर महीने में विशेष अभियान चलाकर कार्ड बनाए जाएंगे। इस कार्ड की मदद से एक परिवार को पांच लाख रुपये तक के इलाज की सुविधा दी जा रही है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार 1.18 करोड़ लोगों को आयुष्मान योजना से लाभान्वित किया जाना था, लेकिन करीब 90 लाख लोग ही इसका लाभ उठा रहे हैं। बाकी लोगों को चिन्हित करने के लिए फील्ड में सर्वे कराया गया तो तीन लाख लोग ही ढूंढ़े मिले हैं। इसलिए अब इसका दायरा बढ़ाने पर मंथन चल रहा है। खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत जिन पात्र परिवारों के राशन कार्ड बने हैं, वे भी अब आयुष्मान योजना का लाभ पाएंगे। ऐसे में 3.58 करोड़ लोग यूपी में इसका लाभ पा सकते हैं। यही कारण है कि अभियान चलाकर अब गोल्डेन कार्ड बनाया जाएगा।
टीबी मरीजों को चिन्हित करने के लिए 31 जिलों में चलेगा अभियान
टीबी के मरीजों को चिन्हित करने के लिए प्रदेश के 31 जिलों में दो से 11 नवंबर तक विशेष अभियान चलाया जाएगा। इसके तहत घर-घर जाकर टीबी के रोगी चिन्हित किए जाएंगे। मौसम में ठंड बढऩे के साथ ही कोरोना संकट के दौरान टीबी के मरीजों को खास तौर पर कठिनाई हो रही है। इसलिए समय रहते मरीजों को चिन्हित कर टीबी का इलाज शुरू किया जाएगा। पहले चरण में 44 जिलों में यह अभियान चलाया जा चुका है। वहीं, दो नवंबर से विशेष टीकाकरण अभियान शुरू करने की घोषणा पहले ही की जा चुकी है। कोरोना के कारण टीका लगाने से छूटे करीब चार लाख बच्चों व गर्भवती महिलाओं को विशेष अभियान चलाकर टीके लगाए जाएंगे। ऐसे में नवंबर में स्वास्थ्य विभाग एक साथ तीन अभियान चलाएगा।