आयुष्मान भारत योजना से पीजीआई ने 1700 लोगों को दिया जीवन, SGPGI को मिला सम्‍मान

चिकित्सा और स्वास्थ्य परिवार कल्याण जय प्रताप सिंह ने एसजीपीजीआइ के आयुष्मान भारत के नोडल अधिकारी एवं अस्पताल प्रशासन विभाग के प्रमुख प्रो. आर हर्षवर्धन को आयुष्मान भारत की तीसरी वर्षगांठ के अवसर पुरस्कार प्राप्त किया। पीजीआइ के आयुष्मान भारत के नोडल अधिकारी को मिला सम्‍मान।

By Rafiya NazEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 06:29 PM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 06:29 PM (IST)
आयुष्मान भारत योजना से पीजीआई ने 1700 लोगों को दिया जीवन, SGPGI को मिला सम्‍मान
आयुष्मान भारत योजना के सफल संचालन के लिए पीजीआइ को मिला सम्मान।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। लखनऊ आयुष्मान भारत प्रधान मंत्री जन आरोग्य योजना के तहत संजय गांधी पीजीआई ने 1700 मरीजों को इलाज में मदद किया। इसमें जटिल सर्जरी के आलावा अन्य तरह के इलाज शामिल है। संस्थान के आयुष्मान भारत के नोडल अधिकारी को इस प्रयास के लिए चिकित्सा और स्वास्थ्य, परिवार कल्याण जय प्रताप सिंह ने संस्थान के आयुष्मान भारत के नोडल अधिकारी एवं अस्पताल प्रशासन विभाग के प्रमुख प्रो. आर हर्षवर्धन को आयुष्मान भारत की तीसरी वर्षगांठ के अवसर पुरस्कार प्राप्त किया।

प्रो. हर्षवर्धन ने बताया कि आयुष्मान भारत राष्ट्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य बीमा कोष है जिसका उद्देश्य देश में कम आय वाले लोगों के लिए स्वास्थ्य बीमा कवरेज तक मुफ्त पहुंच प्रदान करना है। योजना को एसजीपीजीआईएमएस में लागू किया गया है। आयुष्मान भारत टीम में सीएमएस प्रो गौरव अग्रवाल, अस्पताल प्रशासन विभाग के डॉ सौरभ सिंह, डॉ केडी सिंह, डॉ लता त्रिपाठी, डॉ पल्लवी मेहरा, आरोग्य मित्र सौरभ वर्मा और श्री अंशु वर्मा ने आयुष्मान भारत के तहत सेवाएं प्रदान करने में उल्लेखनीय योगदान दिया है। हास्पिटल एकाउंट के डी सी श्रीवास्तव, विवेक सहगल और आरसीबी बाजपेयी ने फंड प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाया। पीएमएसवाई ब्लाक की श्रीमती मंजू वर्मा, काउंटर की देखरेख करती हैं। प्रोफेसर आरके धीमान, निदेशक ने उपलब्धि पर संतोष व्यक्त किया और योजना के तहत लाभार्थी के कवरेज का विस्तार करने में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेगा।

डा राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में हृदय रोगियों के लिए नई सुविधा: विश्व हृदय दिवस के अवसर पर डा राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान का हृदय रोग विभाग नई सुविधा लेकर आया है। नई सुविधा के रूप में एक हार्ट फेल्युर/ पल्मोनरी अर्टरी हाइपरटेंशन क्लीनिक की शुरुआत की जा रही है। यह क्लीनिक हर सोमवार को दोपहर दो बजे से चार बजे तक कमरा नंबर 22 में डा आशीष झा द्वारा संचालित की जाएगी।कार्डियोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डा भूवन चंद्र तिवारी ने बताया कि पल्मोनरी अर्टरी हाइपरटेंशन वह बीमारी है, जिसमें फेफड़ों की धमनियां सिकुड़ जाती हैं या उनका रक्तचाप बढ़ जाता है। बहुत जल्दी थक जाना, चलने पर सांस फूलना या सीने में भारीपन होना या शरीर अथवा पेज पर सूजन आना इसके लक्षण हो सकते हैं। प्राय: यह बीमारी 30 साल से कम के लोगों में पाई जाती है।

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