Ayodhya Ram Temple News: कोख से जन्में राम, मैं बन जाऊं कौशल्या

Ayodhya Ram Temple News गर्भवती महिलाओं ने जताई श्रीराममंदिर भूमिपूजन के दिन प्रसव की इच्छा।

By Divyansh RastogiEdited By: Publish:Wed, 05 Aug 2020 11:32 AM (IST) Updated:Wed, 05 Aug 2020 11:37 AM (IST)
Ayodhya Ram Temple News: कोख से जन्में राम, मैं बन जाऊं कौशल्या
Ayodhya Ram Temple News: कोख से जन्में राम, मैं बन जाऊं कौशल्या

लखनऊ [कुसुम भारती]। Ayodhya Ram Temple News: अयोध्या में भगवार श्री राम के भव्य मंदिर के लिए पांच अगस्त यानी आज पूजन हो रहा है। यह दिन सिर्फ तारीख भर नहीं, बल्कि शुभ मुहूर्त और शुभफल का अद्भुत संयोग भी है। हर गर्भवती की इच्छा होती है कि उसकी कोख से श्रीराम जैसा बेटा जन्म ले। यही सोचकर मैंने भी तय किया कि मेरे बच्चे का जन्म भी इस शुभ घड़ी में हो। यह कहना है लखनऊ स्थित साउथ सिटी निवासी जय आनंद का। डॉक्टरों ने डिलीवरी के लिए पांच अगस्त की डेट दी। ऐसी इच्छा सिर्फ जया की नहीं, बल्कि  हाल में संभावित डिलीवरी वाली कई गर्भवतियों की है। 

पिछले आठ महीनों से डफरिन हॉस्पिटल में इलाज करा रहीं काजल कहती हैं, मुझे डॉक्टरों ने अगस्त में पहले हफ्ते में डिलीवरी की डेट दी थी। हालांकि, उस वक्त मुझे अयोध्या में भूमि पूजन की डेट का पता नहीं था, मगर जब खबरों से पता चला तो मैंने डॉक्टर से पांच अगस्त की डेट देने की रिक्वेस्ट की, मगर उन्होंने मना कर दिया। इसलिए बाद में मैंने एक निजी अस्पताल में अपना रजिस्ट्रेशन कराया है। इसमें मेरे पति की भी सहमति है। मैं, पांच अगस्त को अयोध्या में होने वाले भूमि पूजन के मुहूर्त और अपनी सीजेरियन डिलीवरी को लेकर बहुत खुश हूं।

परिवार की लिखित सहमति पर करते हैं सीजेरियन

क्वीन मेरी हॉस्पिटल में कल कई सीजेरियन होंगे। हॉस्पिटल में स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ व प्रवक्ता डॉ. स्मृति अग्रवाल कहती हैं, अगर कोई मरीज प्लांड करके सीजेरियन कराना चाहती है तो हम उसकी इच्छा का आदर करते हैं। मगर उसको सीजेरियन के खतरों से भी अवगत करा देते हैं और परिवार की लिखित सहमति मिलने के बाद ही ऐसे मरीजों का सीजेरियन किया जाता है। हालांकि, एनेस्थीसिया देना, मरीज पर उसका कितनी देर में प्रभाव होगा, मेडिकली व फिजिकली तमाम बातों को भी समझाते हैं,इसके बाद भी यदि मरीज सीजेरियन चाहता है तो उसकी विश को रेस्पेक्ट देते हुए उसे पूरा सपोर्ट करते हैं।

मरीज की भावनाओं का करते हैं आदर

झलकारीबाई हॉस्पिटल की सीएमएस डॉ. सुधा वर्मा कहती हैं, ऐसे केस कई बार हमारे हॉस्पिटल में भी आएं हैं। जब गर्भवती किसी खास दिन, खास मुहूर्त में सीजेरियन कराना चाहती हैं। ऐसे में, हम मरीज की भावनाओं का आदर करते हुए उसकी रिक्वेस्ट को मान लेते हैं। मगर उसके पहले परिवार व मरीज को सामान्य व सीजेरियन डिलीवरी में अंतर भी समझा देते हैं। हालांकि, ऐसे ऑपरेशन में बहुत सी टेक्निकल बातों का भी ध्यान रखना पड़ता है।

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