Ayodhya Ram Mandir: मंदिर निर्माण में टाटा कंसल्टिंग एंड इंजीनियरिंग कंपनी भी देगी सेवा, निर्माण समिति की बैठक में शामिल हुए इंजीनियर्स
Ayodhya Ram Mandir मंदिर के निर्माण कार्य में आइआइटी चेन्नई आइआइटी रुड़की तथा इस मंदिर की मुख्य निर्माण एजेंसी एलएंडटी के इंजीनियर्स लगे हैं। अब इनके साथ टाटा कंसल्टिंग एंड इंजीनियरिंग कंपनी के इंजीनियर्स को भी लगाया गया है।
अयोध्या, जेएनएन। भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या में बनने वाले भव्य राम मंदिर की मजबूती को लेकर राम मंदिर निर्माण समिति बेहद गंभीर है। निर्माण समिति की तैयारी मंदिर को हजार वर्ष से अधिक समय तक की मजबूती देने की है।
अयोध्या में भव्य तथा बेहद मजबूत मंदिर यानी भूकंपरोधी तथा अन्य कठिन समयरोधी मंदिर के निर्माण कार्य में आइआइटी चेन्नई, आइआइटी रुड़की तथा इस मंदिर की मुख्य निर्माण एजेंसी एलएंडटी के इंजीनियर्स लगे हैं। अब इनके साथ टाटा कंसल्टिंग एंड इंजीनियरिंग कंपनी के इंजीनियर्स को भी लगाया गया है। अयोध्या में निर्माण समिति की बैठक में अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा के साथ मंथन में टाटा कंसल्टिंग एंड इंजीनियरिंग के इंजीनियर भी शामिल हुए। इससे तय हो गया है कि राम मंदिर निर्माण में टाटा कंसल्टिंग एंड इंजीनियरिंग कंपनी भी हो सकती है। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट टाटा कंसल्टिंग एंड इंजीनियरिंग का सहयोग ले सकता है। मंदिर निर्माण समिति ने शुक्रवार को नींव के टेस्ट पिलर्स की मजबूती पर भी चर्चा की। मंदिर की नींव तैयार करने के लिए टेस्ट पाइलिंग हो चुकी है। अंतिम रिपोर्ट आनी बाकी है। रिपोर्ट आने के साथ मंदिर की नींव का काम शुरू होना तय माना जा रहा है।
ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा ने बताया कि बैठक में राम मंदिर निर्माण के कार्य प्रगति पर चर्चा हुई। समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र मंदिर निर्माण से संबंधित जानकारियां ले रहे हैं। यहां पर निर्माण संबंधी छोटे-छोटे पहलुओं पर चर्चा हो रही है। आज भी इंजीनियर्स के दल के साथ राम मंदिर की आयु 1000 वर्ष को लेकर भी चर्चा हुई है। सभी का लक्ष््य है कि राम मंदिर लंबी आयु का सुंदर व भव्य बने। आज की बैठक में इसको लेकर विभिन्न विशेषज्ञों से राय ली गई है। इसकी नींव में डाले गए पिलर्स की मजबूती को लेकर आईआईटी चेन्नई की रिपोर्ट का इंतजार है। यह राम मंदिर भावनाओं का मंदिर तथा देश व समाज की अपेक्षाओं का मंदिर है।
जल्दी तय होगी मंदिर निर्माण शुरू करने की तारीख
अयोध्या में रामजन्मभूमि मंदिर निर्माण समिति एवं रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की दो दिनी बैठक में राममंदिर निर्माण शुरू करने की तारीख तय होनी है। पहले दिन तो आज की बैठक में तारीख पर कोई चर्चा नहीं हुई, अब सभी की निगाह कल की बैठक पर लगी है। यहां पांच अगस्त को भूमिपूजन के बाद से ही मंदिर निर्माण की प्रतीक्षा की जा रही है।
मंदिर निर्माण को दान कर पूर्वजों को तार रहे वंशज
अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए चारों धाम की यात्रा करते हैं। इस दौरान पिंडदान भी किया जाता है पर रामनगरी में बाहर से आने वाले लोग अपने पूर्वजों के नाम से मंदिर निर्माण के लिए दान कर रहे हैं। इस तरह के दानदाताओं की लंबी कतार है। सभी यह मानते हैं कि राम के नाम पर दान से निश्चय ही उनके पूर्वज तर जाएंगे।