हुसैनगंज में पूर्व दंगल केसरी और उनके पुत्र पर हमला, फायरिंग
हुसैनगंज चौराहे पर हुई घटना कई थानों का पुलिस बल पहुंचा। हफ्ते भर पहले हुए झगड़े को लेकर हो रही पंचायत के दौरान बढ़ा विवाद।
लखनऊ, जेएनएन। हुसैनगंज चौराहे पर शुक्रवार रात पूर्व दंगल केसरी सैय्यद हसन अलवी और उनके बेटे दावर अलवी पर आठ-10 लोगों ने हमला बोल दिया। हमलावरों ने उन्हें जमकर पीटा और ताबड़तोड़ हवाई फायरिंग करते हुए भाग निकले। बीच चौराहे पर बवाल की सूचना पर कई थानों का पुलिस बल पहुंचा। पुलिस ने तीन नामजद समेत कुछ अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। सैय्यद हसन अलवी पहलवानी करते थे और वह कई पुरस्कार जीत चुके हैं।
हुसैनगंज चौराहे पर सैय्यद हसन अलवी की पलवान फोल्डिंग के नाम से दुकान है। दुकान पर उनका बेटा दावर अलवी भी बैठता है। जानकारी के मुताबिक शुक्रवार रात करीब नौ बजे दावर अलवी और उनके पक्ष के कई लोग थे। इसके अलावा दूसरे पक्ष से सैफ, आदिल, आमिर समेत अन्य लोग थे। दोनों पक्षों में बातचीत चल रही थी। इस बीच बात बढ़ी तो गाली-गलौज शुरू हो गई।
सैफ पक्ष ने दावर पर हमला बोल दिया और लाठी-डंडों से उसे पीटने लगे। यह देख सैय्यद हसन अलवी बचाव में दौड़े तो हमलावरों ने उन्हें भी पीटा। जबतक आसपड़ोस के लोग दौड़े तो हमलावारों ने तमंचे और पिस्टल निकालकर फायर करने लगे। ताबड़तोड़ हुई फायरिंग से चौराहे पर अफरा-तफरी मच गई। लोग दुकानें बंद कर भाग खड़े हुए।
सूचना पर हुसैनगंज समेत कई थानों का पुलिस बल मौके पर पहुंचा। इंस्पेक्टर हुसैनगंज ने बताया कि करीब एक हफ्ते पहले दावर का आरोपितों से इस्लामिया कॉलेज के पास स्थित एक लाउंज में लड़की को लेकर झगड़ा हुआ था। दोनों पक्षों में मारपीट भी हुई थी। उसको लेकर तनातनी चल रही थी। इस बीच दोनों पक्षों में समझौते की बात हुई। दोनों पक्ष चौराहे पर बातचीत कर रहे थे तभी मारपीट और फायरिंग शुरू हो हुई। आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर उनकी तलाश की जा रही है।