ATS खंगालेगी जाली भारतीय नोट तस्करों के आतंकी कनेक्शन, रिमांड पर लखनऊ में गिरफ्तार तस्कर

पश्चिम बंगाल के मालदा के जरिए यूपी में धड़ल्ले से सप्लाई किए जा रहे जाली भारतीय नोटों का नेटवर्क तोड़ने के लिए एटीएस ने एक बार फिर नए सिरे से कसरत शुरू की है।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Thu, 02 Jul 2020 07:40 PM (IST) Updated:Thu, 02 Jul 2020 10:25 PM (IST)
ATS खंगालेगी जाली भारतीय नोट तस्करों के आतंकी कनेक्शन, रिमांड पर लखनऊ में गिरफ्तार तस्कर
ATS खंगालेगी जाली भारतीय नोट तस्करों के आतंकी कनेक्शन, रिमांड पर लखनऊ में गिरफ्तार तस्कर

लखनऊ, जेएनएन। पश्चिम बंगाल के मालदा के जरिए उत्तर प्रदेश में धड़ल्ले से सप्लाई किए जा रहे जाली भारतीय नोटों का नेटवर्क तोड़ने के लिए आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने एक बार फिर नए सिरे से कसरत शुरू की है। लखनऊ में सोमवार को 2.90 लाख रुपये की जाली भारतीय मुद्रा के साथ पकड़े गए तीनों आरोपितों को एटीएस ने पांच दिनों की पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू की है। एटीएस जाली नोट तस्करों के आतंकी संगठनों से कनेक्शन भी खंगालेगी।

एसटीएफ आरोपित मालदा निवासी रजिकुल शेख, मुरादाबाद निवासी नसीर अली व जफीर आलम को रिमांड पर लेकर अलग-अलग पूछताछ कर रही है। सोमवार को एसटीएफ ने लखनऊ में बेगम हजरत महल पार्क के पास 2.90 लाख रुपये के जाली नोटों की सप्लाई करने आए रजिकुल व अन्य दोनों आरोपितों को पकड़ा था और उन्हें एटीएस के हवाले कर दिया था। शुरुआती पूछताछ में रजिकुल ने बांग्लादेश की सीमा से सटे गांवों में जाली नोटों की खेप आने और फिर उसे यूपी, बिहार व दिल्ली समेत अन्य राज्यों में सप्लाई किए जाने की बात कबूली थी। उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व अगस्त 2018 में दो हजार रुपये के जाली नोटों के साथ चार तस्कर पकड़े गए थे। तब बरामद नोट की गुणवत्ता बेहद उच्च थी।

दरअसल, नोटबंदी के बाद तस्करों ने देश की सबसे बड़ी मुद्रा दो हजार के जाली नोटों की सप्लाई भी शुरू कर दी है। पश्चिम बंगाल के जिस नेटवर्क से जाली नोटों की सप्लाई की बात बार-बार सामने आ रही है, उससे खुफिया एजेंसियों को यही संदेह है कि बांग्लादेश व नेपाल के जरिए जाली नोट की खेप पाकिस्तान से यहां पहुंचाई जाती है। पूर्व में जांच एजेंसियों को पश्चिम बंगाल के फरक्का व मालदा से बड़े इनपुट भी मिले थे।

एटीएस अब पकड़े गए तीनों आरोपितों के पूर्व में पकड़े गए तस्करों से कनेक्शन खंगालने के साथ ही उनके दूसरे साथियों के बारे में भी पता लगाने का प्रयास करेगी। आरोपितों ने पहले भी जाली नोट की सप्लाई करने की बात स्वीकार है। वे 55 हजार रुपये में एक लाख रुपये के नकली नोट लेकर आते थे। एडीजी एटीएस डीके ठाकुर का कहना है कि सोमवार को गिरफ्तार आरोपितों के पूर्व में पकड़े जाने की बात अभी सामने नहीं आई है। तीनों से कई बिंदुओं पर सिलसिलेवार पूछताछ की जाएगी।

बांग्लादेश कनेक्शन पर टिकी पड़ताल : एटीएस जाली नोट तस्करों के बांग्लादेश से जुड़े नेटवर्क को खंगालने में जुटी है। तस्करों के कुछ और साथियों के बारे में भी अहम सुराग लगे हैं, जिनके बारे में छानबीन तेज कर दी गई है। जाली नोट तस्करों का उत्तर प्रदेश के अलावा दिल्ली, बिहार व अन्य राज्यों से जुड़ा नेटवर्क भी खंगाला जा रहा है। लखनऊ से जाली नोटों के साथ तीन आरोपितों को एटीएस पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। एटीएस ने तीनों आरोपितों को आमने-सामने बैठाकर भी लंबी पूछताछ की है। तीनों ने अपने कुछ अन्य तस्करों के बारे में भी अहम जानकारियां दी हैं। बांग्लादेश के जरिए आ रहे जाली नोटों की सप्लाई करने वाले कुछ बड़ों के बारे में भी अहम जानकारियां लगी हैं। आरोपित मालदा निवासी रजिकुल शेख, मुरादाबाद निवासी नसीर अली व जफीर आलम से पूछताछ जारी है।

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