शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों का आर-पार का एलान, सड़कों पर उतर किया प्रदर्शन-पुलिस ने खदेड़ा

न्यूनतम अर्हता अंक 33 व 30 फीसद करने को लेकर अभ्यर्थी लामबंद। पुलिस बल ने अभ्यर्थियों को खदेड़ा, पहुंचे लक्ष्मण मेला मैदान।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Thu, 13 Sep 2018 01:00 PM (IST) Updated:Thu, 13 Sep 2018 01:54 PM (IST)
शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों का आर-पार का एलान, सड़कों पर उतर किया प्रदर्शन-पुलिस ने खदेड़ा
शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों का आर-पार का एलान, सड़कों पर उतर किया प्रदर्शन-पुलिस ने खदेड़ा

लखनऊ(जेएनएन)। 68,500 सहायक शिक्षक भर्ती के परिणाम को लेकर राजधानी में सहायक शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों का प्रदर्शन लगातार जारी है। बड़ी संख्या में एकजुट होकर अभ्यर्थी गुरुवार सुबह हजरतगंज स्थित जीपीओ पहुंचे। यहां अभियर्थियों ने मांगों को लेकर जमकर नारेबाजी की। इस दौरान पहले से तैनात पुलिस बल ने उन्हें खदेड़ा तो सभी अभ्यर्थी लक्ष्मण मेला मैदान की ओर कूच कर गए। वहीं, सड़कों पर उतरे अभ्यर्थियों का हंगामा बढ़ता देख मौके पर आरपीएफ पहुंची। इस दौरान कुछ अभ्यर्थी भागकर रविदासनगर तो कुछ गलियों में जा छिपे। मौके पर आरपीएफ और पुलिस बल तैनात है। अभियर्थियों को आक्रोश को शांत करने का प्रयास किया जा रहा है। 

 

ये है पूरा मामला

दरअसल, 68,500 सहायक शिक्षक भर्ती के परिणाम को लेकर बवाल जारी है। शासन ने 21 मई को संशोधित जीओ जारी कर परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए न्यूनतम अर्हता 30 से 33  प्रतिशत कर दी गई। भर्ती परीक्षा के उपरांत 13 अगस्त को 40 से 45 प्रतिशत उत्तीर्णांक पर परिणाम घोषित कर दिया गया। जिसमें 41,556 अभ्यर्थी ही उत्तीर्ण हुए और 26,944 सीटें रिक्त हैं। कट-ऑफ में संशोधन करने की वजह से वे काउंसलिंग प्रक्रिया से बाहर हो गए। अभ्यर्थियों के मुताबिक, परिणाम जारी करने से पहले अचानक कट-ऑफ में बदलाव किया गया, जबकि मुख्यमंत्री पहले यह आश्वासन दे चुके थे कि काउंसलिंग प्रक्रिया 30 से 33 प्रतिशत की अर्हता पर होगी। वहीं, न्यूनतम अर्हता अंक 33 व 30 फीसद करने को लेकर अभ्यर्थी लामबंद हैं। कई दिन से चल रहे प्रदर्शन के बाद बुधवार को धरना स्थगित कर दिया था। वहीं, सहायक शिक्षक भर्ती संघर्ष टीम के मीडिया प्रभारी डॉ. केपी सिंह के मुताबिक, जबतक मांगे पूरी नहीं होगी प्रदर्शन जारी रहेगा। 

chat bot
आपका साथी