Polytechnic में मनमाने प्रवेश पर लगी लगाम, सरकारी में कतार; लेकिन प्राइवेट कर रहे इंतजार

संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद की ओर से आयोजित पालीटेक्निक प्रवेश काउंसिलिंग का चार चरण पूरा हो गया। सरकारी व सहायता प्राप्त संस्थानों में प्रवेश लेेने वालों की कतार लगी हुई है तो दूसरी ओर प्राइवेट संस्थानों में प्रवेश का इंतजार है।

By Vikas MishraEdited By: Publish:Sat, 02 Oct 2021 10:16 AM (IST) Updated:Sat, 02 Oct 2021 01:39 PM (IST)
Polytechnic में मनमाने प्रवेश पर लगी लगाम, सरकारी में कतार; लेकिन प्राइवेट कर रहे इंतजार
निजी संस्थान अब सीधे प्रवेश के लिए विद्यार्थियों को फोन करके बुलाने लगे हैं।

लखनऊ, [जितेंद्र उपाध्याय]। संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद की ओर से आयोजित पालीटेक्निक प्रवेश काउंसिलिंग का चार चरण पूरा हो गया। सरकारी व सहायता प्राप्त संस्थानों में प्रवेश लेेने वालों की कतार लगी हुई है तो दूसरी ओर प्राइवेट संस्थानों में प्रवेश का इंतजार है। निजी संस्थान अब सीधे प्रवेश के लिए विद्यार्थियों को फोन करके बुलाने लगे हैं। बावजूद इसके उन्हें अभी भी प्रवेश का इंतजार है। 

इस वर्ष परीक्षा के लिए 3,02066 ने पंजीयन कराया था और उनमे से 187640 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए। इनमे से 174770 पास हुए हैं। सभी सरकारी, सहायता प्राप्त और निजी संस्थानों में प्रवेश के लिए कुल सीटें 2,28527 हैं। 13 सितंबर को परीक्षा परिणाम परिषद की वेबसाइट jeecup.nic.in व jeecup.org पर आनलाइन अपलोड कर दिया गया है। 14 सितंबर से आनलाइन काउंसिलिंग शुरू कर दी गई। होगा। सभी जिलों में 80 हेल्प डेस्क बनाए गए जिससे कोई परेशानी न हो। 

जीरो फीस का भी असरः जिला समाज कल्याण अधिकारी डा.अमरनाथ यती ने बताया कि निजी संस्थान विद्यार्थियों को जीरो फीस पर प्रवेश लेकर समाज कल्याण से शुल्क् प्रतिपूर्ति के नाम पर मिलने वाली फीस बाद में विद्यार्थियों से ले लेते थे। इस बार जीरों फीस को खत्म कर दिया है। ऐसे में प्रवेश लेेने वाले फीस कहां से देंगे, इसका असर भी निजी संस्थानों के प्रवेश पर पड़ रहा है। कोरोना संक्रमण काल में शुल्क् प्रतिपूर्ति का बजट 300 करोड़ कम कर दिया गया है। इसकी वजह से सभी को शुल्क प्रतिपूर्ति का लाभ नहीं मिल पाएगा।

संयुक्त प्रवेश परीक्षा की काउंसिलिंग के आधार पर ही निजी संस्थान प्रवेश ले सकते हैं। अब तो आवेदन करने वालों को भी प्रवेश का अवसर दिया जा रहा है। अभी पांच चरण बाकी हैं। विद्यार्थी निजी संस्थानों के बहकावे में न आएं। काउंसिलिंग के माध्यम से ही प्रवेश लें। अभी तक सरकारी संस्थानों में ही सीटें रिक्त हैं। सरकारी संस्थान में सीटों की मारामारी है। भरने के बाद निजी संस्थान की ओर विद्यार्थी रुख करते हैं। -राम रतन, प्रभारी सचिव, संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद 

पालीटेक्निक पर एक नजर सरकारी संस्थान                           154 सहायता प्राप्त संस्थान                      19 निजी संंस्थान                               1177 कुल सीटें                                2,28527 परीक्षा में शामिल                     1,87440 उत्तीर्ण                                   1,74770 काउंसिलिंग के लिए पंजीयन       90186 फीस जमा करने के साथ पंजीयन 76871 च्वाइस लाक करने वाले             76871 सीट आवंटित                          46372

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