HSRP लगवाने के लिए आवेदकों को मिल रहीं लंबी तारीखें, डीलर नहीं है पूरी तरह से तैयार
लखनऊ में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट एचएसआरपी की अनिवार्यता पर स्थिति साफ न होने से वाहनस्वामियों के समक्ष दिक्वतें खड़ी हो गई हैं। मंगलवार को भी वाहनस्वामी दिनभर परेशान रहे। आवेदकों को लंंबी तारीखें दी जा रही हैं।
लखनऊ, जेएनएन। पुराने वाहनों में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट एचएसआरपी की अनिवार्यता पर स्थिति साफ न होने से वाहनस्वामियों के समक्ष दिक्वतें खड़ी हो गई हैं। मंगलवार को भी वाहनस्वामी दिनभर परेशान रहे। आवेदकों को लंंबी तारीखें दी जा रही हैं। बिना किसी ठाेस व्यवस्था के तारीख तय किए जाने से अचानक आई इस समस्या से वाहन स्वामी हलकान हैं और एचएसआरपी लगवाने के लिए भटक रहे हैं। डीलर तैयार नहीं हैं। न तो एजेंसी से सही जवाब मिल पा रहा है और न ही आरटीओ से। आवेदन किए जाने के बाद आठ से दस दिन का समय आवेदकों को बताया जा रहा है।
जरूरतभर प्लेट ही नहीं हैं डीलरों के पास
आवेदक डीलरों और आरटीओ कार्यालय में पूछताछ करते नजर आ रहे हैं। जबकि वास्तविकता यह है कि डीलरों के पास जरूरत के मुताबिक एसएसआरपी हैं ही नहीं। जब नंबर प्लेट ही डीलरों के पास पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं तो डिमांड कैसे पूरी होगी। यह वजह है कि वह लंबे समय बाद तिथि दे रहे हैं। वाहनों की भारी संख्या को देखते हुए अभी स्थाई हल निकलने की उम्मीद कम है। ऐसे में तारीख बढ़ाए जाने के अलावा कोई रास्ता नहीं है।
पैसा तक तय नहीं
हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट यानी एचएसआरपी के लिए धनराशि तक तय नहीं है। न ही इसके लिए कोई स्पष्ट गाइड लाइन है। दो पहिया वाहनों में जहां दो नंबर प्लेट लगाई जानी हैं वहीं तिपहिया और चौपहिया वाहनों में तीन एचएसआरपी लगाई जानी है। आगे पीछे के अलावा एक स्टीकर बतौर प्लेट विंड स्क्रीन पर चस्पा किया जाना है। इन सभी के लिए कितना पैसा आवेदक को खर्च करना पडे़गा यह उसे पता नहीं है? लिहाजा आवेदक मनमानी का शिकार होना तय है। डीलरों के पास समुचित इन्फ्रास्ट्रक्चर तक नहीं है।
इन वेबसाइट पर होगा एचएसआरपी के लिए आवेदन
वाहनस्वामी
-bookmyhsrp.com
-makesmyhsrp.com
पर जाकर हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट के लिए आवेदन कर सकते हैं। ऑनलाइन पोर्टल पर कंपनी के शोरूम आएंगे। उन्हें चुनकर आवेदन के साथ फीस जमा करनी होगी। शोरूम से एक तारीख मिलेगी, उसके बाद नंबर प्लेट लगवाने के लिए बुलाया जाएगा।दिलचस्प यह है कि फीस तक सार्वजनिक नहीं है।
आरटीओ रामफेर द्विवेदी ने बताया कि एचएसआरपी को लेकर दिक्कतें हैं। चूंकि गाड़ी से संबंधित काम रुक गए हैं, इसे लेकर लोग परेशान हैं। इस दिशा में जल्द ही निर्णय लिया जाएगा। उच्चाधिकारियों की जानकारी में मामला है।