सुलतानपुर में घूस न देने पर चालक ने रास्ते में खड़ी कर दी एंबुलेंस, इलाज में देरी से मरीज की मौत

रुपये देने में असमर्थता जताने पर उसने रास्ते में ही करीब एक घंटे गाड़ी रोक दी। किसी तरह दो सौ रुपये देने के बाद वह अस्पताल ले आने के लिए राजी हुआ है। दिनेश ने बताया कि जब वह अस्पताल पहुंचा तो डाक्टरों ने भाई को मृत घोषित कर दिया।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 10:58 PM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 07:46 AM (IST)
सुलतानपुर में घूस न देने पर चालक ने रास्ते में खड़ी कर दी एंबुलेंस, इलाज में देरी से मरीज की मौत
पीडि़त स्वजन ने एंबुलेंस के प्रोग्राम मैनेजर से की शिकायत।

सुलतानपुर, जेएनएन। घूस न देने पर 108 एंबुलेंस चालक ने रास्ते में ही गाड़ी रोक दी, जिससे इलाज में देरी होने से मरीज की मौत हो गई। परिवारजन ने इसकी शिकायत एंबुलेंस सेवा के प्रोग्राम मैनेजर से की है। बल्दीराय थानाक्षेत्र के गौरा बारामऊ निवासी दिनेश ने बताया कि सोमवार की दोपहर करीब तीन बजे उनके बड़े भाई रि‍ंंकू की तबीयत अचानक खराब हो गई। जिला अस्पताल ले जाने के लिए उन्होंने 108 एंबुलेंस को फोन किया। करीब 15 मिनट बाद मौके पर पहुंची एंबुलेंस से परिवारजन र‍िंंकू को लेकर अस्पताल आ रहे थे। घर से करीब दस किमी आने के बाद चालक सर्वेश चार सौ रुपये की मांग करने लगा।

रुपये देने में असमर्थता जताने पर उसने रास्ते में ही करीब एक घंटे गाड़ी रोक दी। किसी तरह दो सौ रुपये देने के बाद वह अस्पताल ले आने के लिए राजी हुआ है। दिनेश ने बताया कि जब वह अस्पताल पहुंचा तो डाक्टरों ने उनके भाई को मृत घोषित कर दिया। एंबुलेंस सेवा के प्रोग्राम मैनेजर सुमित प्रताप सि‍ंंह ने बताया कि शिकायत के आधार पर जांच की जा रही है। दोषी पाए जाने पर चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। 

दिव्यांग बनकर मांगी लिफ्ट उड़ाया मोबाइल व सामान 

...अगर आप वाहन से कहीं जा रहे हैं तो लिफ्ट मांग रहे लोगों से सावधान रहें और उन पर दया दिखाई तो आपका सामान भी चोरी हो सकता है। ऐसा वाकया रविवार की देर शाम को कोतवाली देहात थाने के कामतागंज शंभूगंज रोड पर हुआ, जब एक मैजिक वाहन चालक का कीमती मोबाइल व अन्य सामान गायब हो गया।  बरसड़ा गांव निवासी ज्ञान प्रकाश वर्मा मैजिक वाहन चलाते है। रविवार की रात करीब आठ बजे वह कामतागंज बाजार से शंभूगंज रोड होकर अपने घर की ओर जा रहे थे। बाजार के पास ही एक व्यक्ति हाथ में डंडा लेकर दिव्यांग होने की बात कहते हुए मदद मांगी। चालक ने उसे बैठा लिया और अपने गांव को मुडऩे वाले रास्ते की सड़क पर उसे उतार दिया, जब वह घर पहुंचा तो मोबाइल फोन व गाड़ी में रखा अन्य कीमती सामान गायब मिला। पीडि़त ने मामले की सूचना कोतवाली में दी है।

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