गोमती नदी पर बने सभी ब्रिज ग्रीन कारिडोर से होंगे कनेक्ट, लखनऊ में चार भागों में बांटकर होगा काम

ग्रीन कारिडोर की बैठक में बजट को लेकर व्यवस्था करने की बात कही गई। प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन की तरफ से लोक निर्माण विभाग एवं सिंचाई विभाग को बजटीय प्रावधान के लिए पत्राचार करने की बात कही।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 06:06 AM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 06:06 AM (IST)
गोमती नदी पर बने सभी ब्रिज ग्रीन कारिडोर से होंगे कनेक्ट, लखनऊ में चार भागों में बांटकर होगा काम
नगर विकास मंत्री ने कारिडोर के कार्य में गति लाने के दिए निर्देश।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। गोमती नदी पर बने सभी ब्रिज भी ग्रीन कारिडोर से सीधे कनेक्ट होंगे। इससे ग्रीन कारिडोर से गोमती नदी ब्रिज पर चलने वाले लोग सीधे कारिडोर से भी कनेक्ट हो सकेंगे। नगर विकास मंत्री ने ग्रीन कारिडोर की समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिए हैं। वहीं समीक्षा बैठक में एक बार फिर लखनऊ ग्रीन कारिडोर प्रोजेक्ट को चार भागों में विभाजित करते हुए पार्ट एक में आइआइएम रोड से हार्डिंग ब्रिज (लाल ब्रिज) छह किमी. लंबा, पार्ट दो में लाल ब्रिज से पिपराघाट तक, पार्ट तीन में पिपराघाट से शहीद पथ तक करीब 7.5 किमी लंबा होगा। वहीं पार्ट चार में शहीद पथ से किसान पथ तक करीब 6.6 किमी. लंबा बंधा होगा। मंत्री को लविप्रा अफसरों ने बताया कि डीपीआर 15 अगस्त 2021 तक तैयार करने को कहा गया है।

ग्रीन कारिडोर की बैठक में बजट को लेकर व्यवस्था करने की बात कही गई।  प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन की तरफ से लोक निर्माण विभाग एवं सिंचाई विभाग को बजटीय प्रावधान के लिए पत्राचार करने की बात कही। पिपराघाट से शहीद पथ के दाए तटबंध को भी प्राथमिकता पर लिया जाए और सेना की भूमि भी आ रही है। ऐसे में एलाइनमेंट शीघ्र निर्धारित करते हुए भूमि का विवरण तैयार करने के निर्देश दिए हैं।

वहीं पार्ट एक आइआइएम रोड से हार्डिंग ब्रिज यानी लाल ब्रिज वाले भाग का शिलान्यास अक्टूबर 2021में दीपावली से पूर्व प्रस्तावित किया जाए। इस रूट का ड्रोन सर्वे व वीडियो भी तैयार करने के निर्देश दिए गए। साथ ही भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण एएसआइ, पर्यावरण से एनओसी लेने की प्रकिया में गति लाने के आदेश दिए। बैठक में अपर मुख्य सचिव नगर विकास, प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन, आयुक्त लखनऊ मंडल,विशेष सचिव लोक निर्माण विभाग, लविप्रा उपाध्यक्ष, नगर आयुक्त लखनऊ, मुख्य अभियंता लविप्रा सहित कई अधकारी मौजूद थे।

डीपीआर मिलने के बाद होगी बैठक : नगर विकास मंत्री ने कहा कि डीपीआर मिलने के बाद ही अब आगामी बैठक होगी। वहीं कहा गया है कि सीएम के सामने ग्रीन कारिडोर का प्रस्तुतिकरण करने से पहले तैयारिया पूरी कर ली जाए। वहीं आने वाली समस्याओं से संबंधित विवरण भी भी उल्लेख करने की बात कही गई है।

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