IRCTC: अजित कुमार सिन्हा बने आइआरसीटीसी के CRM, 11 माह बाद मिले पूर्णकालिक मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक
वर्ष 2006 बैच के भारतीय रेलवे यातायात सेवा (आइआरटीएस) अधिकारी अजित कुमार सिन्हा आइआरसीटीसी के नए मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक होंगे। इस महत्वपूर्ण पद की दौड़ में 16 अधिकारी शामिल थे। सभी अधिकारियों का चयन समिति ने ऑनलाइन इंटरव्यू किया था।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। यात्रियों को खानपान सुविधा और पर्यटन के क्षेत्र में काम करने वाले भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आइआरसीटीसी) को आखिरकार पूर्णकालिक मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक मिल गया है। वर्ष 2006 बैच के भारतीय रेलवे यातायात सेवा (आइआरटीएस) अधिकारी अजित कुमार सिन्हा आइआरसीटीसी के नए मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक होंगे। इस महत्वपूर्ण पद की दौड़ में 16 अधिकारी शामिल थे। सभी अधिकारियों का चयन समिति ने ऑनलाइन इंटरव्यू किया। जिसके बाद अजित कुमार सिन्हा के आइआरसीटीसी के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक के पद पर तैनाती की गई है।
पिछले साल अगस्त में अश्विनी श्रीवास्तव के एडीआरएम बनने के बाद इसका अतिरिक्त प्रभार आइआरसीटीसी मुख्यालय नई दिल्ली में तैनात एके गुप्ता के पास था। अजित कुमार सिन्हा उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल में वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक और वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक (फ्रेट) के महत्वपूर्ण पदों पर तैनात रह चुके हैं। अजित कुमार सिन्हा ने भारतीय रेलवे में पीपीपी मॉडल के तहत गुड्स साइडिंग के विकास की पॉलिसी बनाने में अहम भूमिका निभायी है। चयन समिति ने इंटरव्यू में पीपीपी मॉडल पर गुड्स साइडिंग विकसित करने में निवेशक और निवेश से जुड़े कई सवाल पूछे थे। इस पद के लिए रेलवे के 16 आइआरटीएस अधिकारियों का इंटरव्यू किया गया था। देश की कारपोरेट सेक्टर की पहली टे्रन तेजस एक्सप्रेस और वाराणसी-इंदौर काशी महाकाल एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों को दोबारा पटरी पर लाना नए सीआरएम के लिए मुख्य चुनौती होगी। इसके अलावा कोरोना के बीच गिरते पर्यटन सेक्टर को पटरी पर लाने, उत्तर प्रदेश के बड़े स्टेशनों पर बंद पड़ी खानपान व्यवस्था को दोबारा शुरू करने के लिए नए सिरे से तैयारी करनी होगी।