अब लखनऊ के बाद गोरखपुर वाराणसी और आगरा में भी स्मार्ट आइटीआइ, तैयार होंगे अच्छे मिस्त्री

पुरानी तकनीकी को आधुनिकता का रंग देकर युवकों को स्मार्ट मैकेनिक बनाने की पहल शुरू हो गई है। कर्मशाला में हथौड़ी और पेचकश के साथ राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं में पढऩे वाले प्रशिक्षु अब एसी लगे स्मार्ट क्लास रूम में पढ़ेंगे। चारबाग के राजकीय आइटीआइ में स्मार्ट क्लास रूम हैं।

By Dharmendra MishraEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 10:11 AM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 03:51 PM (IST)
अब लखनऊ के बाद गोरखपुर वाराणसी और आगरा में भी स्मार्ट आइटीआइ, तैयार होंगे अच्छे मिस्त्री
लखनऊ के चारबाग के बाद अब गोरखपुर-वाराणसी और आगरा में भी खुलेगी स्मार्ट आइटीआइ।

लखनऊ, [जितेंद्र उपाध्याय]।  पुरानी तकनीकी को आधुनिकता का रंग देकर युवकों को स्मार्ट मैकेनिक बनाने की पहल शुरू हो गई है। कर्मशाला में हथौड़ी और पेचकश के साथ राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं में पढऩे वाले प्रशिक्षु अब एसी लगे स्मार्ट क्लास रूम में पढ़ेंगे। राजधानी के चारबाग राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में स्मार्ट क्लास रूम में युवा आधुनिक पढ़ाई कर सकेंगे। 

लखनऊ के साथ ही प्रदेश में आगरा, वाराणसी और गोरखपुर में भी इसकी स्थापना की जाएगी। इस स्मार्ट कर्मशाला में जहां विद्यार्थियों को वर्तमान समय के उपकरणों की जानकारी दी जाएगी। स्मार्ट क्लास रूम में विद्यार्थियों को विशेषज्ञ आधुनिक तकनीकों के बारे में बताएंगे। कंप्यूटर के माध्यम से विद्यार्थियों को पढ़ाया जाएगा। यही नहीं इस क्लास रूम में युवाओं का ध्यान केंद्रित करने के लिए उन्हें न पेन और न ही कापी निकालने की जरूरत होगी।

ऐसे होगा प्रवेशः प्रधानाचार्य ओपी सिंह ने बताया कि राजकीय औद्योगिक संस्थान में आरएसी और इलेक्ट्रिक ट्रेड के अंतिम वर्ष के छात्रों का ही इसमे प्रवेश होगा। 50 दिन की ट्रेनिंग देकर युवाओं को स्मार्ट बनाया जाएगा। राजधानी में इसकी पढ़ाई होने लगी है। एसी कमरे में लैपटॉप के माध्यम से बड़ी स्मार्ट टीवी में युवाओं को पढ़ाया जाएगा। पढ़ाई के साथ ही स्मार्ट प्रयोगशाला भी है, जहां मल्टीनेशनल ब्रांड की टीवी, फ्रिज, वाशिंग मशीन व एसी जैसे आधुनिक उपकरणों को खोलकर खुले में इसका प्रदर्शन किया जाता है। युवाओं को हर एक पार्ट को दिखाकर सिखाया जाता है।

50 दिन की ट्रेनिंग और 20 हजार वजीफाः एक बैच में पढ़ने वाले 26 युवाओं को निश्शुल्क स्मार्ट ट्रेंनिंग के साथ ही महिलाओं, दिव्यांगों और अनुसूचित जाति के युवाओं को 50 दिन की स्मार्ट ट्रेनिंग के एवज में 20 हजार रुपये का वजीफा भी मिलेगा। इसके साथ ही कंपनी में नौकरी के अवसर भी दिए जाएंगे। व्यावसायिक शिक्षा परिषद के संयुक्त निदेशक राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि डिजिटल इंडिया के तहत एक मल्टीनेशनल कंपनी से एमओयू हुआ है। लखनऊ के चारबाग स्थित राजकीय आइटीआइ के साथ गोरखपुर, वाराणसी व आगरा में युवाओं को स्मार्ट ट्रेनिंग दी जाएगी। इससे युवाओं को नौकरी के अधिक अवसर मिलेंगे।

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