आखिरकार लखनऊ पुलिस ने दर्ज किया दिव्यांग से लूट की एफआइआर, सीमा विवाद में आठ दिनों से भटक रहा था पीड़ित
दिव्यांग चालक सोनू पाल को नशीली चाय पिलाकर ई-रिक्शा मोबाइल और पर्स लूट के मामले में आखिरकार काकोरी पुलिस ने आठवें दिन सोमवार को मुकदमा दर्ज कर लिया। काकोरी और बीकेटी में सीमा विवाद के चलते एक हफ्ते पीड़ित चकरगिन्नी बना था।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। दिव्यांग चालक सोनू पाल को नशीली चाय पिलाकर ई-रिक्शा, मोबाइल और पर्स लूट के मामले में आखिरकार काकोरी पुलिस ने आठवें दिन सोमवार को मुकदमा दर्ज कर लिया। काकोरी और बीकेटी में सीमा विवाद के चलते एक हफ्ते पीड़ित चकरगिन्नी बना था और एक थाने से दूसरे थाने के चक्कर काट रहा था। सोमवार को दैनिक जागरण में प्रमुखता से सीमा विवाद में उलझी पुलिस, भटक रहा दिव्यांग शीर्षक से छपी खबर का अधिकारियों ने संज्ञान लिया। इसके बाद काकोरी पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए। जिसके बाद अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस ने मामले की जांच भी शुरू कर दी। इंस्पेक्टर ब्रजेश कुमार सिंह ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
यह था मामलाः बीते 25 जुलाई मौरा गांव निवासी सोनू पाल ई-रिक्शा लेकर रोजाना की तरह निकला था। सोनू के मुताबिक वह आइआइएम रोड की तरफ जा रहा था। इस बीच दो युवकों ने रास्ते में रोका और बीकेटी तक रिक्शा बुक कराया। रास्ते में उन्होंने नशीली चाय पिलाई। चाय पीने के बाद बेहोश हो गया। 26 जुलाई को होश आया तो खुद को बीकेटी क्षेत्र स्थित सौ-शैय्या संयुक्त चिकित्सालय में पाया।
ई-रिक्शा, मोबाइल और पर्स लापता थी। पड़ताल में पता चला कि दोनों युवक ई-रिक्शा लूट ले गए। इसके बाद भौली में सड़क किनारे फेंक गए थे। बीकेटी पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया था। घटना के बाद से पीडि़त मां खुशबू के साथ बीकेटी थाने से काकोरी के चक्कर काट रहा था। सीमा विवाद में उलझी पुलिस उसे टरका रही थी। किसी थाने में मुकदमा नहीं दर्ज किया गया था।