अफगान क्रिकेटरों को भाती थी लखनऊ की आबोहवा, इकाना स्टेडियम में वेस्टइंडीज के साथ खेली थी सीरीज
अफगानिस्तान में तालिबान सरकार बनने का असर खेलों पर भी पडऩा तय है। राजधानी का इकाना इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम अफगानिस्तान का होम ग्राउंड था और नवंबर में यहां आस्ट्रेलिया के खिलाफ उसको सीरीज भी खेलनी थी। हालांकि कोरोना के चलते नवंबर में होने वाली सीरीज स्थगित कर दी गयी थी।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। अफगानिस्तान में तालिबान सरकार बनने का असर खेलों पर भी पडऩा तय है। राजधानी का इकाना इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम अफगानिस्तान का होम ग्राउंड था और नवंबर में यहां आस्ट्रेलिया के खिलाफ उसको सीरीज भी खेलनी थी। हालांकि कोरोना के चलते नवंबर में होने वाली सीरीज स्थगित कर दी गयी थी। दशकों से युद्ध की विभीषिका झेल रहे अफगानिस्तान ने जब क्रिकेट में अपनी पहचान बनानी शुरू की तो वहां स्टेडियम नहीं होने से तैयारियों के लिए टीम ने लखनऊ के इकाना स्टेडियम को अपना होम ग्राउंड बनाने के लिए चुना।
अफगान टीम ने इकाना में वेस्टइंडीज के खिलाफ नवंबर 2019 में क्रिकेट सीरीज खेली थी और टी-20 सीरीज में जीत भी दर्ज की थी। अफगान खिलाड़ी खासकर राशिद खान जैसे स्टार खिलाड़ी यहां के खान-पान और तहजीब के मुरीद हो गए थे। एक इंटरव्यू में बल्लेबाज रहमुनाल्लाह गुरबज ने कहा था कि काबुल और लखनऊ में कोई अंतर नहीं दिखता। अपने घर की तरह ही लखनऊ में प्यार मिलता है। इकाना स्पोट्र्स सिटी के मैनेजिंग डायरेक्टर उदय सिन्हा का कहना है कि बेशक खेल के लिए भी नुकसान है।
बता दें कि अफगानिस्तान में बढ़ती तालिबान की क्रूरता से राष्ट्रीय टीम के कप्तान और दिग्गज स्पिनर राशिद खान बहुत दुखी हैं। उन्होंने इंटरनेट मीडिया के जरिये दुनिया के बड़े नेताओं से अफगानी लोगों को बचाने की अपील की है। दुनिया के मिस्ट्री स्पिनर्स में शामिल राशिद खान ने ट्वीट में लिखा, दुनियाभर के प्रिय नेताओं! मेरा देश संकट में है। प्रतिदिन महिलाओं और बच्चों समेत हजारों लोग मारे जा रहे हैं। घरों और संपत्तियों को बर्बाद किया जा रहा है। लोग अपना घर छोड़कर जाने के लिए मजबूर हो गए हैं। इन मुश्किल हालातों में हमें अकेला मत छोड़िए। अफगानिस्तान और यहां के लोगों को बर्बाद होने से बचा लें। हम शांति चाहते हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर राशिद खान अपने देश से ज्यादा भारत में लोकप्रिय हैं। वह आइपीएल में हैदराबाद टीम से खेलते हैं।