अमेठी में अधिवक्ता की गोली मारकर हत्या, ग्रामीणों का फूटा आक्रोश; गांव छावनी में तब्दील

अमेठी के तिलोई के मोहनगंज थानाक्षेत्र के कटोरवा मजरे फूला का मामला। अधिवक्ता नवनिर्वाचित प्रधान के घर मुंडन संस्कार में सम्मिलित होकर बाइक से अपने घर लौट रहे थे तभी अज्ञात हमलावारों ने मारी गोली। बेकाबू भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस नाकाम।

By Divyansh RastogiEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 08:03 AM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 08:03 AM (IST)
अमेठी में अधिवक्ता की गोली मारकर हत्या, ग्रामीणों का फूटा आक्रोश; गांव छावनी में तब्दील
अमेठी के तिलोई के मोहनगंज थानाक्षेत्र के कटोरवा मजरे फूला का मामला। बेकाबू भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस नाकाम।

अमेठी, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में एक अधिवक्ता रहे लल्लन की गोली मारकर हत्या कर दी गई। अधिवक्ता की हुई हत्या को लेकर गांव में तनाव व्याप्त है। भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात है। गांव छावनी में तब्दील हो चुका है। घटना को लेकर आक्रोशित ग्रामीण बवाल करने पर आमादा गए। ग्रामीणों के आक्रोश के आगे पुलिस बेबस नजर आ रही है। पुलिस के हाथ-पांव फूल गए। बेकाबू भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस नाकाम साबित हो रही है।

नवनिर्वाचित प्रधान के घर मुंडन संस्कार में गए थे अधिवक्ता: मामला तिलोई के मोहनगंज थानाक्षेत्र के कटोरवा मजरे फूला का है। यहां के निवासी अधिवक्ता रहे लल्लन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई। जानकारी के मुताबिक, सोमवार को देर रात अधिवक्ता लल्लन सिंह (50) फूला गांव स्थित नवनिर्वाचित प्रधान के घर मुंडन संस्कार में सम्मिलित होकर  बाइक से अपने घर लौट रहे थे , तभी पहले से घात लगाए बैठे अज्ञात हमलावरों ने उन पर ताबड़तोड़ फायर झोंक दिया। वह लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़े। ग्रामीणों की मदद से उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तिलोई ले जाया गया। जहां उनकी हालत गंभीर देख चिकित्सकों ने लखनऊ रेफर कर दिया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से लखनऊ के लिए निकलते ही उनकी मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही आसपास के हजारों ग्रामीण एकत्रित हो गए। लोगों का आक्रोश फूट पड़ा और बवाल करने पर आमादा हो गए। आक्रोशित ग्रामीणों का हुजूम देख पुलिस बेबस नजर आई। भीड़ को काबू करने में नाकाम रही पुलिस को उच्चाधिकारियों को सूचित करना पड़ा। देखते ही देखते गांव छावनी में तब्दील हो गया। उच्चाधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे। समाचार लिखे जाने तक परिजनों की ओर से तहरीर नहीं दी जा सकी है। जिसके चलते मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। इंस्पेक्टर भरत उपाध्याय ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि तहरीर मिलते ही मुकदमा दर्ज किया जाएगा। 

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