प्रशंसकों ने जारी की डॉ. योगेश प्रवीन-स्मृति अपील, मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन

लखनऊ से डाॅ योगेश प्रवीन के प्रेम और उनके लेखकीय साहित्यिक अवदान की जितनी भी व्याख्याएं की जाएं कम होंगी। अवधविद् इतिहासकार पद्मश्री डॉ. योगेश प्रवीन की स्मृति में उनके प्रशंसको ने मुहिम छेड़ी है। देश भर के कवियों लेखकों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है।

By Rafiya NazEdited By: Publish:Fri, 16 Apr 2021 12:35 PM (IST) Updated:Sat, 17 Apr 2021 08:18 AM (IST)
प्रशंसकों ने जारी की डॉ. योगेश प्रवीन-स्मृति अपील, मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन
लखनऊ से डाॅ योगेश प्रवीन की स्मृति के लिए छेड़ी गई मुहिम।

लखनऊ, जेएनएन। लखनऊ से डाॅ योगेश प्रवीन के प्रेम और उनके लेखकीय, साहित्यिक अवदान की जितनी भी व्याख्याएं की जाएं, कम होंगी। अवधविद् इतिहासकार पद्मश्री डॉ. योगेश प्रवीन की स्मृति में उनके प्रशंसको ने मुहिम छेड़ी है। डा योगेश प्रवीन की ज्ञान-परम्परा को अक्षुण्ण रखने और उनकी पुण्य-स्मृति को बनाए रखने के लिए देश भर के कवियों, लेखकों, संस्कृतिकर्मियों, कलाकारों, रंगकर्मियों, इतिहासकारों ने उत्तर-प्रदेश शासन से अपील करते हुए एक मांग पत्र तैयार किया है, जिसे मुख्यमंत्री को भेजा गया है।साथ ही जल्द अन्य संबंधित विभागों को भी भेजा जाएगा।

किस्सागो हिमांशु बाजपेयी, लेखक महेंद्र भीष्म संतोष अर्श,

हफीज किदवई, डॉ पुरुषोत्तम अग्रवाल,

अशोक कुमार पांडेय, आलोचक वीरेन्द्र यादव, इतिहासकार रवि भट्ट रंगकर्मी

राकेश वेदा, अभिनेता राकेश पांडेय, कवयित्री सुशीला पुरी, राजस्थान से कवि

कृष्ण कल्पित, बाराबंकी से

राम बहादुर मिसिर, दिल्ली से आलोचक पल्लव,

पूर्व आइएएस शम्भूनाथ समेत अन्य अन्य लोगों ने यह मांगें रखीं हैं।

यह हैं मांगे उनके पैतृक निवास पंचवटी गौसनगर में डॉ. योगेश प्रवीन स्मारक और संग्रहालय निर्मित किया जाए। (यह उनकी अंतिम इच्छा थी।) रकाबगंज चैराहे का नाम डॉ. योगेश प्रवीन चैराहा हो और इस स्थान पर उनकी प्रतिमा स्थापित की जाए। राज्य अभिलेखागार अथवा राज्य संग्रहालय का नाम उनके नाम पर किया जाए। संस्कृति विभाग और हिंदी संस्थान उनके नाम पर पुरस्कार घोषित करें, जो विशेषतः अवध के इतिहास और अवधी संस्कृति पर आधारित विशिष्ट कार्य करने वाले लेखकों, संस्कृतिकर्मियों को प्रत्येक वर्ष प्रदान किए जाएं। उत्तर प्रदेश पर्यटन भवन के ऑडिटोरियम का नाम डॉ. योगेश प्रवीन प्रेक्षागृह हो। लखनऊ विश्वविद्यालय में उनके नाम पर पदक और अध्येतावृत्ति घोषित हो। उनके नाम पर डाक टिकट जारी हो। चैक से हैदरगंज तक जो नया पुल बन रहा है, उसका नाम डॉ. योगेश प्रवीन ऊपरिगामी सेतु (फ्लाईओवर) किया जाए। लखनऊ की किसी एक सड़क का नाम उनके नाम पर हो। लखनऊ महोत्सव में आयोजित होने वाले युवा महोत्सव का नाम डॉ. योगेश प्रवीन युवा महोत्सव रखा जाए।

chat bot
आपका साथी