UP PAC: लखनऊ में पीएसी कर्मियों की बदहाली पर एडीजी ने जताई आपत्ति, पुलिस कमिश्नर ने बेहतर व्यवस्था के दिए निर्देश
कानून-व्यवस्था की ड्यूटी में दिन रात मुस्तैद रहने वाले पीएसी कर्मियों के लिए जिलों में ठहरने का उचित बंदोबस्त तक नहीं होता है। कहीं जर्जर भवन तो कहीं मैदान में दिन-रात गुजारने पड़ते हैं। पीएसी जवानों की तकलीफों को लेकर सवाल तो कई बार उठे पर ठोस समाधान नहीं हुआ।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। कानून-व्यवस्था की ड्यूटी में दिन रात मुस्तैद रहने वाले पीएसी कर्मियों के लिए जिलों में ठहरने का उचित बंदोबस्त तक नहीं हो पाता है। कहीं जर्जर सरकारी भवन तो कहीं मैदान में उन्हें दिन-रात गुजारने पड़ते हैं। पीएसी जवानों की तकलीफों को लेकर सवाल तो कई बार उठे पर उसका ठोस समाधान नहीं हो सका। ऐसा ही एक मामला अब लखनऊ में सामने आया है, जहां कानून-व्यवस्था की ड्यूटी कर रहे पीएसी जवानों को बारिश के मौसम में टीनशेड के नीचे रात काटनी पड़ रही है। एडीजी पीएसी अजय आनंद ने इसे लेकर एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार व लखनऊ पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर को पत्र लिखा है। कहा है कि जवानों को मूलभूत सुविधाएं तक मुहैया नहीं हो पा रही हैं। इससे उनका मनोबल भी टूट रहा है।
एडीजी ने कहा कि लखनऊ में कानून-व्यवस्था ड्यूटी के लिए 11 दल पीएसी तैनात है। इनमें 33वीं वाहिनी पीएसी, झांसी का एक दल गोसाईंगंज स्थित रामपाल त्रिवेदी इंटर कालेज में व्यवस्थापित था। स्कूल प्रशासन की आपत्ति पर इंस्पेक्टर गोसाईंगंज ने 26 जुलाई को स्कूल खाली करा दिया। जवानों की नई व्यवस्था के लिए लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट के एडीसीपी व प्रतिसार निरीक्षक से कहा गया, पर वे कोई प्रबंध नहीं कर सके। इस पर जवानों को अस्थाई रूप से 35वीं वाहिनी पीएसी लखनऊ के एक छोटे से टीनशेड में रोका गया है। जहां जवानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। एडीजी ने जवानों के ठहरने के लिए तत्काल उचित बंदोबस्त किए जाने की बात कही है।
पीएसी के जवानों के ठहरने और उनकी मूलभूत सुविधाओं का बेहतर प्रबंध कराया जा रहा है। संयुक्त पुलिस आयुक्त, कानून-व्यवस्था पीयूष मोडिया को इसे लेकर विस्तृत निर्देश दिए गए हैं। वह एक कमेटी बनाकर पीएसी जवानों के ठहरने की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करा रहे हैं। -डीके ठाकुर, पुलिस कमिश्नर, लखनऊ