प्रतापगढ़ में भाजपा सांसद पर हमले के मामले में सीओ लालगंज जगमोहन सिंह यादव निलंबित
Action Against CO in Pratapgarh Case प्रतापगढ़ में शनिवार को भारतीय जनता पार्टी के सांसद संगम लाल गुप्ता पर हमले को लेकर शासन सख्त हो गया है। अब लालगंज के सीओ जगमोहन सिंह यादव को निलंबित कर दिया गया है।
लखनऊ, जेएनएन। प्रतापगढ़ के सांगीपुर ब्लाक में शनिवार को गरीब कल्याण मेला के दौरान प्रतापगढ़ से भारतीय जनता पार्टी के सांसद संगम लाल गुप्ता पर हमले को लेकर शासन सख्त हो गया है। इस प्रकरण में पूर्व राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी और उनकी विधायक पुत्री अराधना मिश्रा 'मोना' के खिलाफ पांच केस दर्ज होने के बाद अब लालगंज के सीओ जगमोहन सिंह यादव को निलंबित कर दिया गया है। अब वहां के थाना प्रभारी के साथ ही दारोगा तथा बीट के सिपाहियों पर भी एक्शन होना तय है।
प्रतापगढ़ के सांगीपुर ब्लाक में किसान कल्याण मेला में कांग्रेस तथा भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच बवाल के दौरान भारतीय जनता पार्टी के सांसद संगमलाल गुप्ता पर जानलेवा हमले के मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ का रूख बेहद गंभीर होने के बाद शासन भी एक्शन में आ गया है। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने इस प्रकरण में पीपीएस अधिकारी सीओ (क्षेत्राधिकारी) जगमोहन सिंह यादव पर एक्शन लिया गया है। लालगंज के पुलिस क्षेत्राधिकारी जगमोहन सिंह यादव को गृह विभाग ने निलंबित कर दिया है।
प्रतापगढ़ में सीओ लालगंज जगमोहन सिंह यादव को सरकारी कार्य में लापरवाही तथा अदूरदर्शीता पर निलंबित किया गया है। उनके ऊपर आरोप है कि दो राजनीतिक दलों के एक कार्यक्रम में जाने के बाद भी पर्याप्त फोर्स पर ध्यान नहीं दिया। निलंबन की अवधि में जगमोहन सिंह यादव लखनऊ में पुलिस महानिदेशक मुख्यालय से सम्बद्ध रहेंगे। जगमोहन सिंह यादव के खिलाफ इस मामले में ढिलाई बरतने के आरोप में कार्रवाई की गई है। इसके साथ ही गृह विभाग ने एडीजी प्रयागराज प्रेम प्रकाश को प्रतापगढ़ के मामले में बेहद गंभीर रहने का निर्देश दिया है। प्रयागराज के आइजी केपी सिंह शनिवार से ही प्रतापगढ़ में हैं।
प्रतापगढ़ मे सांसद संगमलाल गुप्ता पर जानलेवा हमले के मामले में सीओ लालगंज जगमोहन सिंह यादव के निलंबन के बाद सांगीपुर से इंस्पेक्टर तथा चौकी इंचार्ज के खिलाफ भी कार्रवाई तय है। आईजी जोन प्रयागराज ने शासन को जो अपनी जो रिपोर्ट भेजी है, उसमें सीओ लालगंज और सांगीपुर एसओ पर जल्द निलंबन की संस्तुति की थी। सीओ के बाद अब एसओ के खिलाफ कार्रवाई तय है। शासन ने वहां पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की मौजूदगी के बाद भी इस प्रकार की घटना होने पर बेहद रुख अपनाया है।